बिहार ब्यूरो। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। पार्टी के स्थापना दिवस दिवस समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि “मंदिर में घंटी बजाना या मस्जिद में इबादत करना पूजा नहीं है, मस्जिद में जोर-जोर से चिल्लाने से अल्लाह खुश नहीं होता है। अल्लाह बहरा नहीं कि चिल्लाकर इबादत करते हैं” कर्म से बढ़कर कोई पूजा नहीं होता है। उनके इस बयान पर बिहार में बयानबाजी तेज हो गयी है।
दरअसल गया में पार्टी के 6ठा स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गया था। इस दौरान केक काटकर मांझी समेत पार्टी के अन्य नेताओं ने स्थापना दिवस मनाया। समारोह को संबोधित करते हुए जीतनराम मांझी ने कहा ना हम मंदिर जाते हैं ना मस्जिद जाते हैं। अल्लाह बहरा है जो सुबह होते ही माइक पर ऊंची-ऊंची आवाज से अल्लाह हूं गूंजने लगता है। कर्म से बड़ा कोई पूजा नहीं होता है। बाबा साहेब अंबेडकर ने ये बाते बहुत पहले कही है।
उन्होंने कहा कि लोग मंदिर, मस्जिद जाकर घंटी या इबादत करते हैं। ऐसे लोग अपने आप को बहुत बड़ा पुजेड़ी कहते हैं। लेकिन उन्हें मालूम होना चाहिए की कर्म से बड़ा कोई पूजा नहीं होता है। इस प्रकार उनकी जुबान फिसली और बहुत धार्मिक आस्थाओं को ठेस पहुंचाने वाला बयान दे दिया। जिससे बिहार में सियासत तेज हो गयी है।