बक्सर से पप्पू उपाध्याय की रिपोर्ट…
बक्सर। कोरोना महामारी की पहली और दूसरी लहर में आर्थिक रूप से टूटे लोगों का जीवन अभी तक जुट नहीं पाया और न जिंदगी पटरी पर लौटी। उधर तीसरी लहर के आने की खबर ने सबको दहशत में डाल दिया है। इसी बीच बिहार राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव की डुगडुगी बजा दी और बिहार में दस चरणों में चुनाव कराने की अनुशंसा भी कर दी है।
राज्य निर्वाचय आयोग की माने तो बिहार में २० सितंबर, २४ सितंबर, चार अक्टूबर, आठ अकटूबर, १८ अक्टूबर, २२ अक्टूबर, ३१ अक्टूबर, सात नवंबर, १५ नवंबर और २५ नवंबर को मतदान कराए जाएंगे। इसकी जानकारी होते ही प्रांत के सभी जनपदों के सियासी गलियारे में चुनावी बयार तेजी से बहने लगी है। गांव-गांव में सरपंच चुनने के लिए समर्थक अभी से गोलबंदी शुरू कर दिए हैं। दबंग सरपंचों की देहरी पर जहां समर्थकों की भीड़ जुट रही है, वहीं सीधे-साधे उम्मीदवारों को मतदाताओं को अपने पाले में करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है। कोरोना के तीसरी लहर और वर्तमान में बारिश एवं गंगा में आई बाढ़ से तटवर्ती गांव और जनपद के लोग डरे सहमे हुए हैं। बावजूद इसके पंचायत चुनाव की सरगर्मी कम नहीं हो रही है। ऐसे में बिहार सरकार एवं जिला प्रशासन के लिए चुनाव एक चुनौती से कम नहीं है। लेकिन बक्सर, आरा, भोजपुर, मोहनिया, छपरा आदि के जनपदों में चुनावी डुगडुगी बजने के साथ ही तैयारी जोर-शोर से की जा रही है।