मऊ। एक पुलिस वाले से शादी कर सुखी जीवन व्यतित करने का सपना देखने वाली महिला कास्टेबिल ससुराल की प्रताडऩा से रोज तिल-तिल कर मर रही है। उसकी फरियाद न पति सुने न विभाग, मजबूरन उसने गुरुवार को जहर खा लिया और बेहोशी की हालत में अस्पताल पहुंच गई। मामला सरायलखंसी थाने के सलाहाबाद बचौना गांव का है।
जिले में डायल ११२ नंबर पर तैनात एक महिला कांस्टेबल के ससुराल में परिवारिक कलह चरम पर है। वह सरायलखंसी थाना क्षेत्र के सलाहाबाद बचौना गांव की रहने वाली हैं। महिला सिपाही सुधा सिंह पत्नी गोविंद दक्षिणटोला थाने में डायल ११२ नंबर पर तैनात हैं। गुरुवार को महिला कांस्टेबल अपने घर से ड्यूटी पर जाने के लिए निकली कि ससुराल वालों ने दहेज की बात छेड़ दी। उसे काफी खरी-खोटी सुनाई और मारने के लिए भी घेर लिया। वह किसी तरह से ड्यूटी पर पहुंची थी। रोज के कलह से तंग आकर उसने आत्महत्या करने के लिए कदम उठाया। वह गुस्से में चूहे मारने की दवा खा ली। जब महिला कांस्टेबल के साथियों ने देखा कि महिल गिरकर अचेत हो गई, तो आनन-फानन में उसे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। महिला कांस्टेबल खतरे से बाहर है। होश आने पर उसने बताया कि उसके पति अयोध्या में पुलिस विभाग में सिपाही हैं। करीब एक वर्ष से उसके ससुराल वाले उसे दहेज के लिए प्रताडि़त कर रहे हैं और कभी आधी रात को घर से बाहर निकाल देते हैं, तो कभी दहेज की मांग करते हुए मारते-पीटते है। इस वजह से उसने ऐसा कदम उठाया। महिला कांस्टेबल होने के बाद भी थाने से पिछले एक साल से न्याय की गुहार लगा रही हूं, लेकिन वहां तैनात दरोगा इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। फर्जी व मनगढंत रिपोर्ट लगा कर भेज देते हैं। कोई कार्रवाई नहीं हो रही है, ऐसा प्रतीत हो रहा है कि महिला कांस्टेबल को अगर न्याय नहीं मिला तो दोबारा यह कदम उठा सकती है।