लखनऊ/बलिया। सीएम योगी आदित्यनाथ तहसील एवं थाना दिवस पर होने वाली जनसुनवाई को लेकर गंभीर है। उन्होंने जनता को न्याय दिलाने के लिए प्रत्येक थाना एवं तहसील दिवस पर वरिष्ठ अधिकारियों की सहभागिता को सुनिश्चित किया था। बावजूद अभी भी पडि़तों को न्याय नहीं मिल रहा है। इसे गंभीरता से लेते हुए मुखयमंत्री ने सूबे के सभी जनपदों से थानों और तहसीलों पर लंबिम मामलों की सूची तलब की है।
जनता की फरियाद को अनसुना करने वाले अफसरों की अब खैर नहीं है। टाल-मटोल करने वाले अफसरों के अब बुरे दिनों की शुरुआत होने जा रही है। मुख्यमंत्री ने यूपी के सभी थानों एवं तहसीलों में लंबित शिकायतों का ब्योरा मांगा है। सीएम के आदेश के बाद अब अधिकारियों एवं कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है। आला अफसरों के निर्देश पर जनपदवार विवरण तैयार किया जा रहा है। इस विवरण में थाना और तहसील दिवस में आई शिकायतों के आधार पर मामलों का निस्तारण एवं वहां के कार्य प्रणाली को जांचने और परखने का पूरा मौका मिलेगा। इसके साथ ही जनता-दर्शन और आइजीआरएस पोर्टल पर आईं समस्याओं को भी रिपोर्ट में शामिल किया जा रहा है। जिला और विभागवार रिपोर्ट फील्ड में तैनात अधिकारियों के प्रदर्शन की गुणवत्ता का मानक बनेगा। मुख्यमंत्री खुद इस बाबत जिलाधिकारियों और पुलिस कप्तान के साथ समीक्षा करेंगे। इसके बाद लापरवाह एवं शिथिल अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।