अयोध्या। मंदिर की भूमि पर भू- माफियाओं की नजर लंबे समय से टिकी है। माफिया अंदर ही अंदर साजिश रच रहे हैं। इसी कड़ी में कोतवाली क्षेत्र के रायंगज स्थित नरसिंह मंदिर में बमबाजी की घटना शुक्रवार को भोर में हुई। उक्त मामले में उल्टे मंदिर के पुजारी को ही पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इससे नाराज अयोध्या के दर्जनों मंदिरों व मठों के सैकड़ों संत-महतों ने कोतवाली अयोध्या का घेराव किया। उधर नरसिंह मंदिर के पुजारी की गिरफ्तारी से संत नाराज हैं। संतों का दावा है कि मंदिर पर भू- माफियाओं की नजर हैं। कूट रचित घटना के अंतर्गत पुजारी को फंसाने का प्रयास किया जा रहा है।
संतों का आरोप है कि योगी सरकार में अयोध्या कोतवाली की पुलिस दबंग व अपराधी किस्म के लोगों को बढ़ावा दे रही है। इस दौरान श्रीराम वल्लभा कुंज के अधिकारी महंत राजकुमार दास ने कहा कि लगभग 20 दिन पहले ही पुलिस को सूचना दी गई थी और पुलिस से कोई कार्रवाई नहीं की। इस दौरान मणिराम दास छावनी के उत्तराधिकारी महंत व श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास, किलाधीश मैथिली रमण शरण, मंगल भवन पीठाधीश्वर रविदास कृपालु ,जानकी घाट मंदिर के महंत जनमेजय शरण, महंत शशिकांत दास, महंत मिथिलेश नंदनी शरण समेत सैकड़ों की तादाद में महंतों ने कोतवाली का घेराव किया।