वाराणसी। मौसम में लगातार परिवर्तन तथा मानसून के दोबारा सक्रिय होने से पूर्वांचल वासियों को काफी राहत मिली है। आसमान में छाए बादल पानी गिराने के साथ ही, चढ़े पारा को भी काफी नीचे गिरा दिया है। लंबे इंतजार के बाद दोबारा मानसून आने से उमस और भीषण गर्मी से लोगों को काफी राहत मिली है और वातावरण में नमी का स्तर बढ़ा है। पिछले पांच दिनों से आसमान में बादलों की आवाजाही के साथ ही बूंदाबांदी का क्रम भी शुरू है। मौसम विभाग की ओर से इस पूरे सप्ताह बादलों की आवाजाही और बारिश के संकेत हैं। माना जा रहा है कि पूरे सप्ताह बादल पानी गिराएंगे।
देखा जाए तो बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 25.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री कम रहा। आर्द्रता अधिकतम 91 फीसद और न्यूनतम 79 फीसद दर्ज की गई। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीरों के अनुसार पूर्वांचल में बादलों की सक्रियता का रुख बना हुआ है। जबकि शुक्रवार की दोपहर बाद झमाझम हुई बरसात के बाद रात का तापमान भी बदला है। इसकी वजह से मौसम का रुख भी अब बदला हुआ नजर आ रहा है।
उधर पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा नदी भी उफान पर है। नदी में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। मौसम परिवर्तन से पूर्वांचल के वाराणसी, गाजीपुर, बलिया, मऊ, जौनपुर, आजमगढ़, चंदौली, भदोही, मिर्जापुर, सोनभद्र आदि जिलों में कहीं रुक-रुक कर दो कहीं झमाझम बारिश जारी है।