बलिया। “भारत के राजपत्र, संविधान/शासनादेश का अनुपालन करो, गोंड खरवार को अनुसूचित जनजाति प्रमाण -पत्र जारी करो” आदि नारों के साथ गोंडवाना गणतंत्र पार्टी व गोंडवाना स्टूडेन्ट्स सेवा समिति के सयुक्त तत्वाधान में गोंड खरवार समुदाय के लोगों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर जोरदार सत्याग्रह प्रदर्शन किया। साथ ही संविधान/शासनादेश के अनुपालन में गोंड खरवार को सुगमता पूर्वक अनुसूचित जनजाति प्रमाण पत्र जारी करने के लिए जिलाधिकारी महोदया को सम्बोधित पत्रक सयुक्त मजिस्ट्रेट को सौंपा गया। तत्पश्चात् गोंडऊ बाजा, हुरूका बजाते हुए जुलूस की शक्ल में बलिया माडल तहसील पर पहुंचकर उपजिलाधिकारी सदर को ज्ञापन सौपा। इस दौरान गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष लल्लन प्रसाद गोंड ने कहा कि 1994 की रिट याचिका द्वारा मा0 उच्च न्यायालय इलाहाबाद द्वारा भी गोंड को जाति प्रमाण पत्र निर्गत करने के लिए आदेश दिया गया हैं। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भी भारत के राजपत्र/संविधान के अनुपालन में गोंड, खरवार को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र जारी करने के लिए बार-बार शासनादेश जिला प्रशासन को प्रेषित किया गया है।
जिसका जिले के तहसीलदार व लेखपालगण द्वारा घोर अवहेलना/अवमानना करते हुए गोंड, खरवार को संवैधानिक रूप से अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र जारी करने में हीला-हवाली, अनावश्यक रूप से परेशान व उत्पीड़न किया जा रहा हैं। गोंडवाना स्टूडेन्ट्स सेवा समिति के जिलाध्यक्ष राकेश कुमार गोंड ने अपने सम्बोधन में कहा की जनजाति गोंड, खरवार छात्र नौवजवान जाति प्रमाण -पत्र के अभाव में आईटीआई, पालीटेक्निक, मेडिकल, इंजीनिरिग, नवोदय, बीएचयू जैसी संस्थाओं में व नौकरी के लिए विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने से वंचित हो जा रहे हैं। आदोलन धरना-प्रर्दशन का नेतृत्व कर रहे गोंडवाना गणतत्र पार्टी के राष्टीय महामंत्री व इंडियन पीपुल्स सर्विसेज (आइपीएस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविन्द गोंडवाना ने कहा कि देश की महामहीम राष्ट्रपति के पद पर एक सम्मानित आदिवासी महिला पदासिन हैं, तो वहीं दूसरी तरफ देश के आदिवासी जनजाति समुदाय का शोषण/उत्पीड़न चरम पर है। समाज का यह तबका आज भी परेशान है। भाजपा सरकार सबका साथ सबका विकास केवल खोखला है। अरविन्द गोंडवाना ने आगे कहा की यदि बलिया जिले के समस्त तहसीलों से गोंड, खरवार जनजाति का प्रमाण-पत्र सुगमता पूर्वक जारी होना प्रारंभ नहीं किया गया, तो आदिवासी आन्दोलन के अगले क्रम में जेल भरो आन्दोलन प्रारंभ किया जाएगा। जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी जिला व तहसील प्ररशासन की होगी।
गोंडवाना गणतत्र पार्टी हर हाल में प्रदेश के आदिवासी जनजाति समुदाय के संमवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए अंतिम दम तक संघर्ष करने का काम करेगी। प्रदर्शन में प्रमुख रूप से गोंडवाना गणतत्र पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष लल्लन प्रदास गोंड, जिलाध्यक्ष सुमेर गोंड, जिला सचिव परशुराम खरवार, जिला संरक्षक दादा अलगू गोंड, जीउत गोंड, रामानन्द खरवार दारोगा जी, कृष्ण बिहारी गोंड, प्रदेश उपाध्यक्ष लल्लन प्रदास गोंड, रामपाल खरवार, दुर्गविजय खरवार, उमाशंकर गोंड, गुलाब गोंड, विजय गोंड, रमानन्द गोंड, तारकेशवर गोंड, सुदेश गोंड, रविन्द्र गोंड, सुरेश गोंड, सुशिल गोंड, संजय गोंड, ओमप्रकाश गोंड, रजीत गोंड निहाल, गोंडवाना स्टूडेन्ट्स सेवा समिति के जिलाध्यक्ष राकेश कुमार गोंड प्रमुख रूप से रहे और अपने विचार व्यक्ति किए।