आनंद ओझा सागर
प्रयागराज। महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध मौत के मामले में भाजपा नेता ने नार्को टेस्ट की मांग की है। भाजपा नेता का कहना है कि महंत के उत्तराधिकारी, पुलिस कर्मियों समेत अन्य आरोपियों की बगैर नार्को टेस्ट के सच्चाई सामने नहीं आएगी।
महंत नरेंद्र गिरी बाघम्बरी गद्दी मठ में संदिग्ध हालत में बीते 20 सितंबर को फांसी के फंदे पर लटकते पाए गए थे। हाई प्रोफाइल मामला होने की वजह से प्रदेश सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश की। मौजूदा समय में सीबीआई मामले की जांच कर रही है। आरोपी आनंद गिरी, आद्या प्रसाद तिवारी और संदीप तिवारी को सीबीआई ने रिमांड पर ले रखा है।

इस मामले में भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र नाथ मिश्रा ने नार्को टेस्ट की मांग की है। भाजपा नेता का कहना है कि महंत नरेंद्र गिरी के उत्तराधिकारी बलवीर गिरी समेत अन्य आरोपियों और महंत की सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मियों का नार्को टेस्ट होना चाहिए।
सनद रहे नरेंद्र गिरी की संदिग्ध मौत के बाद सुसाइड नोट के आधार पर तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें आनंद गिरि, आद्या तिवारी और उनका बेटा संदीप तिवारी शामिल है।

उधर महंत की मौत की जांच के सिलसिले में सीबीआई टीम बाघम्बरी मठ पहुंचकर सीन रिक्रिएट कर चुकी है। आगे की जांच जारी है। टीम सुसाइड नोट सही है या गलत, इसकी भी अलग से जांच कर रही है। महंत नरेंद्र गिरी के पुराने दस्तावेज एवं हस्ताक्षरों का मिलान भी किया गया है। टीम कई बिंदु को खंगाल रही है। असली आरोपी कौन है ? महंत नरेंद्र गिरी की मौत कैसे हुई ? इन सारे बिंदुओं पर छानबीन चल रही है ?