कहा, पीएम ने किया था लोकनायक की प्रतिमा लगाने का प्रण
लाला टोला में अमित शाह योगी आदित्यनाथ वह अन्य नेताओं को सुनने के लिए पहुंचे हजारों लोग
सिताबदियारा। देश को दूसरी आजादी दिलाने वाले लोकनायक जयप्रकाश नारायण का गांव सिताबदियारा दो हिस्सों में बंटा है। एक हिस्सा यूपी में, तो दूसरा -बिहार में आता है। मंगलवार को जेपी के गांव पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि जेपी का नाम लेकर आज बिहार के सत्ताधारी नेता कांग्रेस की गोद में बैठे हैं, लोगों से सवाल किया कि क्या यह सही है ? अब बिहार की जनता को तय करना है कि जेपी की राह पर चलने वाली नरेंद्र मोदी की सरकार चाहिए या उनके सिद्धांतों से भटक चुके लाेगाें की ?
गृहमंत्री मंगलवार को लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती समारोह में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इसके पूर्व केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने जेपी के पैतृक गांव सिताबदियारा के लाला टोला में जयप्रकाश नारायण की 14 फीट ऊंची आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया।
केंद्रीय गृहमंत्री ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग सत्ता के लिए पाला बदलने को अपना स्वभाव बना लिए हैं। कहा कि ऐसे लोगों को जनता सबक सिखाएगी। कहा कि जेपी ने सत्ता का कभी मोह नहीं किया, लेकिन लालू यादव-नीतीश कुमार सत्ता के लोभी है। कहा कि जेपी ने समाजवाद और जाति विहीन समाज की परिकल्पना की। आजादी के बाद सत्ता में आने के बदले सत्ता से दूरी बनाई। इंदिरा गांधी के भ्रष्टाचार के खिलाफ गुजरात में आंदोलन किया और वहां सरकार बदल गई। फिर बिहार के पटना के गांधी मैदान से शुरू हुए आंदाेलन से इंदिरा गांधी के पसीने छूट गए। सत्ता के बाहर रहकर परिवर्तन कैसे किया जाता है, इसका उदाहरण जयप्रकाश नारायण ने दिया। कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में पिछले आठ वर्ष से जयप्रकाश नारायण के सिद्धांत से और विनोबा के सिद्धांत से सर्वोदय के नारे को पीएम मोदी ने अंत्योदय के साथ जोड़कर गरीबों का कल्याण करने का काम किया। कहा कि जेपी के पैतृक गांव में आदमकद प्रतिमा लगाने का प्रण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। आज वो प्रण पूरा हुआ है। बिहार और यूपी के इस मिलन स्थल पर जेपी जन्मे थे। इसके पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भारत माता की जयकार के साथ अपने भाषण की शुरुआत की।