Varanasi : कथा के श्रवण से जीवन जीने की कला प्राप्त हो समस्याओं का समाधान होने के साथ ही उससे मुक्ति मिल मानव का कल्याण होता है। अध्यात्म एक जंक्शन और धर्म गाड़ी है। इस पर सवार होने वाला मंजिल पर पहुंच जाता है। मानव जीवन को धन्य बनाने हेतु ईश्वर की भक्ति बहुत जरूरी हैं।
उक्त विचार रामसिंहपुर गांव में पूर्व ग्राम प्रधान इलाका सिंह के दरवाजे पर आयोजित श्रीमद भागवत कथा में तीसरे दिन कथा वाचक सुरेंद्र प्रसाद उपाध्याय उर्फ कल्लन पंडित ने व्यक्त की।
उन्होंने भक्त प्रहलाद की भक्ति का बखूबी वर्णन करते हुए कहा कि इंद्रियों को वश में करने से परमात्मा का दर्शन होगा।भागवत कथा के श्रवण करने और भगवान की शरण में जाने से जीवन धन्य होगा।कथा के रसपान के लिए पंडाल में महिला-पुरुष जुटे रहे।
इस अवसर पर दशरथ सिंह, गणेश प्रसाद, रामचन्दर, रामबली, सुरेंद्र सिंह, बसंत सिंह, मनीष सिंह, दिनेश सिंह, प्रमोद गुप्ता (ग्रामप्रधान), प्रदीप सिंह, अनिल चौबे, नन्दकिशोर पटेल, शैलेन्द्र सिंह ‘पिन्टू’ समेत अन्य मौजूद थे।