सर्द हवाओं के बीच गलन बढ़ी, विद्यालयों को बंद करने का निर्देश..
कड़ाके की ठंड में वाराणसी के डीएम ने नर्सरी से कक्षा आठ तक के विद्यालयों को बंद करने का दिया आदेश…
वाराणसी/बलिया। मौसम में एक बार फिर तेजी से बदलाव हुआ है। कई दिनों से निकल रही धूप के बाद सोमवार को घने कोहरे एवं शीतलहर के बीच गलन काफी तेज रही। सर्द हवा चलने से लोगों का जनजीवन काफी हद तक प्रभावित रहा। भोर में सड़कों पर वाहनों की रफ्तार ठहर सी गई। बहुत धीमी गति में एका- दुका वाहन ही गुजरते दिखाई दिए। पूर्वांचल के कई जिलों में विद्यालयों के बंद करने का आदेश डीएम ने दिया है। वाराणसी में नर्सरी से कक्षा आठ तक के सभी विद्यालय 23 जनवरी तक बंद कर दिए गए हैं। जबकि इसके ऊपर के विद्यालयों को कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे डोज के लिए अगले आदेश तक खोलने को कहा गया है।
पिछले दो दिनों से आसमान साफ था और दिन में धूप निकलने से लोगों को काफी राहत मिली थी। लोग मकर सक्रांति के बाद मौसम साफ होने का अनुमान लगा रहे थे। इसी बीच सोमवार को शीतलहर, सर्द हवाओं की वहज से लोग कांपते नजर आए। आधी रात के बाद से आसमान में घना कोहरा छा गया। गलन के कारण तापमान में एकाएक काफी गिरावट आई है। यह स्थिति पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश में देखने को मिल रही है। तापमान दो से तीन डिग्री सेल्सियस नीचे लुढ़का है।
वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने मौसम को देखते हुए भयंकर कुंवारा व शीतलहर से बचने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के प्रावधानों के अंतर्गत 17 से 23 जनवरी तक वाराणसी में नर्सरी से कक्षा 8 तक के सभी विद्यालय एवं आंगनवाड़ी केंद्र बंद करने का आदेश जारी किया है।साथ ही अपर क्लास के कक्षाओं को चालू रखने एवं विद्यालय को खोलने का भी निर्देश दिया गया है। इसका उद्देश्य कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा डोज लगाना है।
ऐसे में विद्यालय महाविद्यालय ऊपर तक के शैक्षणिक संस्थान 15 से 18 तथा 18 वर्ष से ऊपर के छात्रों को कोरोना की दूसरी डोज के वैक्सीनेशन तक विद्यालय खोले रहेंगे। डीएम ने यह भी निर्देश दिया है कि इस अवधि में कोई विद्यालय ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करना चाहे तो वह स्वतंत्र है। इसके साथ ही वाराणसी जनपद के प्राथमिक विद्यालय से लेकर जूनियर हाईस्कूल तक के अध्यापकों/ सहायक अध्यापकों का सरकारी कैलेंडर के अनुसार छुट्टी समाप्त हो चुकी है। ऐसे में सभी शैक्षणिक संस्थानों जो जिला विद्यालय निरीक्षक एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के अंतर्गत आते हैं उनके शिक्षकों का विद्यालय आना अनिवार्य होगा।
विद्यालय पहुंचने वाले गुरुजनों द्वारा विधानसभा सामान्य निर्वाचन -2022 एवं कोरोना वैक्सीनेशन से संबंधित सौंपे गए कार्यों का निर्वहन करेंगे।
इस अवधि के लिए जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को भी बंद रखा जाएगा। इसी क्रम में बलिया गाजीपुर मऊ जौनपुर आजमगढ़ आदि जनपदों में भी जिलाधिकारी ने मौसम के मिजाज के हिसाब से विद्यालयों के लिए निर्देश जारी किए है। हालांकि पूरे उत्तर प्रदेश में 23 जनवरी तक विद्यालयों को बंद करने का आदेश जारी किया गया।