ढीले व सुस्त गुरुजनों की सूची तैयार करने में जुटा विभाग, जिले में भी स्क्रीनिंग कमेटी गठित..
बलिया/गाजीपुर। बेसिक शिक्षा विभाग में भी पचास साल की उम्र पूरा कर चुके शिक्षक एवं कर्मचारियों की छंटनी होगी। इसके तहत पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों में बेसिक शिक्षा विभाग ने स्क्रीनिंग कमेटी गठित की है। इससे शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की गर्दन पर तलवार लटक रही है। माना जा रहा है कि जो काम के प्रति ढीले, सुस्त और लापरवाह हैं उन पर गाज गिरनी तय है। विभाग इनकी सूची तैयार करने में जुटा है।
बेसिक शिक्षा सचिव के निर्देश पर विभाग ऐसे शिक्षक एवं कर्मचारियों की सूची तैयार करने में जुटा है, जो पठन-पाठन में रुचि नहीं लेते। इनके पिछले 10 वर्षों के कार्यों की गोपनीय आख्या भी मांगी गई है। बीईओ के माध्यम से आने वाली इस रिपोर्ट के आधार पर तय होगा कि संबंधित शिक्षक कर्मचारी से आगे सेवा ली जाए या नहीं। जानकारों कि मानें तो सरकारी सेवाओं में दक्षता सुनिश्चित करने के लिए सरकार युवा और तेजतर्रार कर्मचारियों को ही वरीयता दे रही है। ढीले , सुस्त और बहानेबाज कर्मचारियों को सेवा से हटाने की व्यवस्था कर दी गई है। पहले चरण में विभिन्न सरकारी विभागों में स्क्रीनिंग कराई गई थी। अब इसे शिक्षा विभाग में भी लागू कर दिया गया है।
बेसिक शिक्षा सचिव की ओर से जारी पत्र में 15 दिसंबर तक ऐसे शिक्षकों की सूची बनाने के निर्देश दिए गए हैं। सूची को चार सदस्य स्क्रीनिंग कमेटी के समक्ष रखा जाएगा। इसमें मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक समिति के अध्यक्ष बनाए गए हैं। बीएसए के साथ ही जिला मुख्यालय के बीईओ और संबंधित ब्लाक के बीईओ को इससे संबंधित रिपोर्ट देने को कहा गया है।