वज्रपात से बचाव के लिए जिलाधिकारी ने जारी की एडवाइजरी





तालाब, झील, पानी से भरे क्षेत्र से रखें दूरी

बलिया। जिलाधिकारी रवींद्र कुमार के निर्देश पर जिले में वर्षा, अतिवृष्टि, भारी वर्षा के साथ वज्रपात लाइटनिंग से वचाव के संबंध में “क्या करें, क्या न करें” इसके लिए एडवाइजरी जारी किया गया है। जिसमें आंधी-तूफान और भारी वर्षा के दौरान ऊंची इमारतों, पेड़ों, मनुष्यों, जानवरों आदि पर बिजली गिरने की घटनाएं होती रहती हैं, जिससे जान- माल का नुकसान होता हैं। सावधानी और तैयारी ही एकमात्र तरीका है। जिसके द्वारा वज्रपात के खतरे को कम किया जा सकता है या उसके प्रभाव से बचा जा सकता है। बज्रपात जोखिम वाले क्षेत्र शहरी एवं उप शहरी क्षेत्र
बिना तड़ित चालक के उंची इमारतें असुरक्षित, संचार टावरों का भूमि पर अच्छी तरह विद्युत सम्पर्क स्थापित नहीं किया जाना असुरक्षित, पेड़ असुरक्षित,
तालाब, झील, पानी से भरे क्षेत्र असुरक्षित।

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जल्दी पक्की छत के नीचे शरण लें

बलिया। परिवार, समुदाय, बच्चों आदि के साथ वज्रपात और उसके प्रभाव पर चर्चा करें। स्थानीय मौसम पर नजर रखें और रेडियो, टीवी सुनें, घर के पास लगे पेड़ों की छंटाई करें, जितना जल्दी हो सके उतनी जल्दी पक्की छत के नीचे शरण लें। बिजली चमकने व आंधी आने पर पेड़ के नीचे से हट जायें। ऊंची इमारतों पर तड़ित चालक यंत्र स्थापित करें। प्रशासन की ओर से जारी चेतावनी को सुनते रहे।

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बिजली गिरने की संभावना होने पर क्या करें
बलिया। बाहर जाने से बचे, जितना जल्दी हो सके
पक्की छत के नीचे पहुंच जाएं। तालाव, नदी तट, आदि जैसे जल निकार्यों से दूर रहें, एड़ियों को सटा कर कान बंद कर बैठ जाये, बिजली गिरने के दौरान किसान कभी खुले मैदान या खेत मे न खड़े हों, कोशिश करें कि यदि आप किसी वाहन में सफर कर रहे हैं तो अपने वाहन में ही रहें, यदि समूह में हैं तो दूर -दूर रहें। यदि आप खुली जगह में हैं तो, अपने शरीर को उंकडू कर एड़ियों को सटा कर कान बंद कर बैठ जाय। जिनके पास स्मार्ट मोबाइल फोन है वे सभी दामिनी एप डाऊनलोड करें व उससे प्राप्त सूचनाओं का पालन करें और अपने आस -पास के लोगों तक पहुंचाएँ। कंप्यूटर, लैपटॉप, रेफ्रिजरेटर, टेलीविजन, कूलर, एयर कंडीशनर एवं अन्य विजली से चलने वाले उपकरणों को बंद कर दें। पानी सम्बंधित गतिविधियों जैसे नहाना, बर्तन व कपड़े धोना, पानी भरना आदि को स्थगित कर दें क्योंकि बिजली धातु् के पाइप के माध्यम से प्रवाहित हो सकती हैं।दरवाजे, खिडकियाँ, धात् की बाल्टी और नल इत्यादि से दूर रहें। साइकिल, मोटरसाइकिल या कृषि वाहन इत्यादि विजली को आकर्षित कर सकते हैं, इसलिए इनसे उतर जाएं अथवा दूर रहें।





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