गाजीपुर। पिछले करीब दो हफ्तों से 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान के बीच भीषण गर्मी व लू के थपेड़ों के चलते सीएचसी व पीएचसी में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। पहले के मुकाबले करीब तीस फीसदी मरीजों की संख्या बढ़ी है।
जिसमें सबसे ज्यादा उल्टी- दस्त, वायरल फीवर, दर्द, आंख का लाल होना है। अचानक मरीजों की संख्या बढ़ने व हीट वेब के कारण अस्पताल के ओपीडी व इमरजेंसी वार्ड के सभी बेड मरीजों से भरे पड़े हैं। इसको देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने अलग से आपातकालीन परिस्थितियों के लिए पांच बेड को रिजर्व कर वहां अलग से स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती चौबीस घंटे के लिए किया है।
*ओपीडी व इमरजेंसी मिलाकर प्रतिदिन आ रहे हैं 260 से 300 मरीज*
चिकित्सा अधीक्षक व प्रभारी अधिकारी डाक्टर अमर कुमार ने बताया कि वर्तमान समय में ओपीडी व इमरजेंसी मिलाकर 260 से 300 मरीज अस्पताल में देखे जा रहे है,इनमें सबसे ज्यादा डायरिया के 10 से 12 मरीज आ रहे है,इसके अलावा वायरल फीवर व दर्द के 20 से 25 के साथ ही आंख का लाल होना के 5 से 7 मरीज हर रोज आ रहे है।इसके अलावा अन्य विभिन्न रोगों के मरीज अस्पताल पहुंच रहे है। अधीक्षक डाक्टर अमर कुमार ने बताया कि डायरिया को देखते एहतियातन गाँवों में स्वास्थ्य कर्मियों को सतर्कता बरतने के खास निर्देश दिए गये है,बस्तियों के आस पास साफ सफाई को लेकर भी जरूरी निर्देश जारी किए है। अधीक्षक ने बताया कि मरीजों की संख्या में अचानक बढोत्तरी को देखते हुए किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सभी स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टी रद्द कर उन्हें सीएचसी मुख्यालय पर मौजूद रहने के खास निर्देश दिए गये है।सीएचसी अधीक्षक एवं प्रभारी अधिकारी डाक्टर अमर कुमार ने बताया कि लू के थपेडो व गर्मी से बचने के लिए दोपहर में बेवजह घर से बाहर न निकले ,शरीर को कपडे से पूरी तरह से ठंक कर रखे,इसके अलावा छाता लेकर चले।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा डिहाइड्रेशन कि शिकायत होने पर तत्काल नजदीकी सरकारी अस्पताल के चिकित्सक से सलाह लें।कहा कि गर्मी में ओ आर एस का घोल व नारियल का पानी काफी फायदेमंद रहता है,साथ ज्यादा से ज्यादा पानी वह भी ताजा व हल्का भोजन जो तरल पदार्थ का सेवन अधिक करना चाहिए।