गाजीपुर। भ्रष्ट कार्यो में लिप्त एक राजस्व कर्मी की लंबे समय से शिकायत चल रही थी। उक्त राजस्व कर्मी पेशे से लेखपाल है और वर्तमान में सैदपुर तहसील में तैनात है। एंटी करप्शन वाराणसी की टीम ने लेखपाल प्रमोद कुमार को औडि़हार स्थित एक ढाबे से शुक्रवार को घूस लेते रंग हाथों पकड़ लिया।
वाराणसी की भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम ने लेखपाल के पास से रिश्वत की धनराशि पांच हजार रुपये भी बरामद कर ली। लेखपाल के खिलाफ टीम प्रभारी संतोष कुमार दीक्षित की तहरीर पर कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज किया गया है। लेखपाल प्रमोद कुमार का हल्का गोरखा गौरी क्षेत्र है। गौरी गांव के मूलचंद यादव ने बीते शनिवार को तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में अपनी जमीन की पैमाइश कराकर कब्जा दिलाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। मूलचंद प्रार्थनापत्र निस्तारण के लिए लेखपाल प्रमोद के पास गया और उनसे मिलकर गौरी गांव में स्थित अपनी जमीन की पैमाइश करने का आग्रह किया। मूलचंद ने आरोप लगाया है कि लेखपाल ने उनसे दस हजार रुपये रिश्वत की मांग की। इसे दो किस्तों में देने को कहा। पांच हजार रुपये पहले और पांच हजार रुपये काम होने के बाद। मूलचंद ने इसकी शिकायत भ्रष्टाचार निवारण संगठन वाराणसी में की। शिकायत पर हरकत में आई टीम ने मूलचंद को बताया कि रिश्वत देने से पहले सूचना दे दें। टीम के संपर्क में आने के बाद उनके द्वारा बताए गए तरीके से मूलंचद ने औडि़हार स्थित ढाबा पर रुपये देने के लिए लेखपाल को बुलाया और जैसे ही लेखपाल ने रुपया थामा। टीम ने पहुंचकर लेखपाल को रंगे हाथ पकड़ लिया। लेखपाल को पकड़कर टीम थाने ले आई और रुपये सील करने के साथ ही अन्य कार्रवाई पूरी की। इसके बाद टीम के प्रभारी संतोष कुमार दीक्षित ने कोतवाल राजीव सिंह को तहरीर दिया। कोतवाल ने बताया कि संतोष कुमार दीक्षित की तहरीर पर मुकदमा कायम कर लिया गया। संबंधित धारा के तहत कार्रवाई करते हुए जेल भेजा जाएगा।
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