बलिया। राष्ट्रीय खेल दिवस और हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद जयंती के अवसर पर 29 अगस्त 2021 को सनबीम स्कूल अगरसंडा बलिया के प्रांगण में विद्यालय की हाॅकी टीम तथा गुरुजनों ने मेजर ध्यानचंद की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
विघालय के निदेशक डॉ. कुँवर अरुण सिंह ने मेजर ध्यानचंद के जीवन यात्रा से अपने छात्रों और खिलाड़ियों को अवगत कराया।बताया कि मेजर ध्यानचंद हमारे देश के एक सच्चे राष्ट्रभक्त थे। उनके नेतृत्व में भारतीय हाॅकी टीम ने बेहद कठिन परिस्थितियों में खेलों के महाकुंभ ओलंपिक में लगातार तीन बार स्वर्ण पदक जीता। उन दिनों भारतीय हाॅकी टीम के पास ओलंपिक खेलों में शामिल होने के लिए लगने वाले खर्चों की भी कोई व्यवस्था नहीं थी। लेकिन खेल के प्रति लगाव व देश भक्ति ही थी कि तमाम कठिन से कठिन परिस्थितियों एवं आभाव का सामना करते हुए भी मेजर ध्यानचंद के नेतृत्व में उनकी टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए विश्व पटल पर देश का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिख दिया। मेजर ध्यानचंद पूरे विश्व में हाॅकी के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी थे और पूरा विश्व उनको हाॅकी के जादूगर के नाम से बुलाता था।

डॉ सिंह ने अपनी हाॅकी टीम तथा उपस्थित लोगों को अपने उद्बोधन में बताया कि हमारे जीवन में अनुशासन का बहुत बड़ा अधिक महत्व है। क्योंकि अनुशासन से किया गया हर कार्य हमें एक दिन सफलता आवश्य दिलाता है। विशेषकर खेल से जुड़ी हुई सफलता सिर्फ हमारी नहीं होती, बल्कि पूरे देश की होती है। हमारी हर सफलता और विकास केवल हमारा मान नहीं बढ़ाता वरन् पूरे देश की गरिमा को बढ़ाता है। यही सोच और अनुशासन हमको और हमारे देश को महान बनाती है। इसलिए हम सभी को मेजर ध्यानचंद का अनुशरण करते हुए हमें अपने स्वंय का ही नहीं अपने देश का नाम भी रौशन करने के लिए हमेशा प्रयासरत रहना चाहिए।
इस अवसर पर स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमति सीमा, प्रशासक संतोष कुमार चतुर्वेदी, क्रीडाधिकारी पंकज कुमार सिंह, तरुण सक्सेना, प्रीति गुप्ता,संतोष चौरसिया, आलोक सिंह सहित प्रियांशु सिंह तथा अम्बुज यादव आदि खिलाड़ी उपस्थित रहे।