*सर्द हवा व शीतलहर का प्रकोप, कड़ाके की ठंड से आमजन बेहाल*
*भगवान भास्कर का दोपहर बाद भी नहीं हुआ दीदार, मुश्किलें बढ़ी*
*लुढ़का पारा, सुबह से छाया रहा घना कोहरा*
*प्रमुख मार्गों पर फाग लाइट के सहारे रेंगते रहे दो व चार पहिया वाहन*
*आज का तापमान*
**अधिकतम- 21.8 डिग्री सेल्सियस
**न्यूनतम- 11.0 डिग्री सेल्सियस
बलिया। पूरे पूर्वांचल में सर्द हवा के साथ शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। मौसम का पारा तेजी से लुढ़क रहा है। शहर सहित ग्रामीण इलाके भी कोहरे की आगोश में आ गए हैं। पिछले पांच दिनों से घने कोहरे के कारण मार्गो पर वाहनों की रफ्तार काफी धीमी हो गई है। शुक्रवार को भोर से ही कोहरे की चादर तनी रही, अपराह्न ढ़ाई बजे तक भगवान भास्कर का दीदार नहीं हुआ। ऐसे में राष्ट्रीय राजमार्ग सहित विभिन्न मार्गों पर भारी एवं छोटे वाहन फाग लाइट के भरोसे रेंगते नजर आए। इसके चलते ठंड में काफी इजाफा हुआ है।
शुक्रवार को तेज हवा एवं शीतलहर के साथ ही घने कोहरे के बीच लोगों की दिनचर्या की शुरुआत हुई। दोपहर बाद तक भगवान भास्कर के दर्शन नहीं होने से लोग ठंड से कांपते नजर आए। पूरे दिन आसमान में धुंध छाई रही।
*पूरे दिन रजाई में दुबके रहे लोग..*
**तापमान में तेजी से गिरावट की वजह से लोग पूरे दिन रजाई में दुबके रहे। ठंड की वजह से किसी मजबूरी में घर से बाहर निकलने वाले लोग कांपते नजर आए। खासकर बुजुर्ग और बच्चों का ठंड ने जीना हराम कर दिया है। भीषण ठंड व कोहरे की वजह से सड़कों पर सन्नाटा देखने को मिला। घने कोहरे के कारण वाहनों के साथ ही बाइक व साइकिल से चलने वालों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
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*अलाव की नहीं हुई व्यवस्था*
**बलिया सहित आस-पास के जनपदों में प्रचंड रूप से पड़ रही ठंड के बाद भी सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की व्यवस्था न के बराबर है। इससे आमजन को भी काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। इसमें बच्चे व बुजुर्गों को तो और भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बता दें कि दिहाड़ी मजदूर, ई रिक्शा चालक एवं गरीब तबके के लोग सार्वजनिक जगहों पर जल रहे अलाव के सहारे ही ठंड आसानी से काट लेते हैं, लेकिन इस बार जिला प्रशासन एवं नगर पालिका ने अलाव की व्यवस्था अभी तक नहीं की है।
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*हीटर व ब्लोअर की बढ़ी डिमांड..*
**सर्द हवा के साथ ही कड़ाके की ठंड पड़ने से बाजार में हीटर व ब्लोअर की डिमांड बढ़ गई है। ठंड व गलन के बीच लोगों ने हीटर आदि की जमकर खरीदारी शुरू कर दी है। ऐसे में हीटर व ब्लोअर का बाजार गर्म रहा। इस कारण इलेक्ट्रानिक उत्पादों को बेचने वाले दुकानदारों की भी खूब चांदी रही। हालात है कि इस बार के ठंड में दुकानदारों ने पुराने स्टाक भी निकाल दिए।
*ठंड से बीमारियों का खतरा..*
**पिछले कई दिनों से लगातार कोहरे की चादर तन जाने एवं शीतलहर के साथ कड़ाके की ठंड बढ़ जाने से। बीमारियों का प्रकोप काफी हद तक बढ़ गया है। इसमें सांस व हृदय रोग से संबंधित मरीजों की परेशानी बढ़ने लगी है। जिला अस्पताल सहित निजी अस्पतालों में सांस तथा हृदय रोगियों की संख्या बढ़ गई है। जाड़े के मौसम में हृदय रोगियों की मौत का ग्राफ भी बढ़ा है। इसके अलावा कोल्ड डायरिया के साथ ही मौसमी बीमारी भी लोगों को अपनी जद में ले लिया है। सर्दी, जुकाम, बुखार, उल्टी-दस्त आदि की समस्या तो आम हो गई है। इस मौसम में थोड़ी सी लापरवाही में भी लोग तत्काल बीमार पड़ रहे हैं।