सरकार बहरी हो जाए, तो शिक्षक संगठनों के पास उसके इलाज के 100 औज़ार मौजूद है – डॉ. राजीव प्रकाश सिंह
करंजाकला (जौनपुर)। उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक महासंघ (फुपुक्टा) के आह्वान पर मंगलवार पीयू परिसर में शिक्षकों ने विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के नेतृत्व में धरना- प्रदर्शन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री, राज्यपाल एवं उच्च शिक्षा मंत्री को संबोधित 24 सूत्री मांगों का ज्ञापन कुलपति को सौंपा।
शिक्षक संघ के नेतृत्व में विभिन्न समस्याओं को लेकर धरने को सम्बोधित करते हुए संघ अध्यक्ष डॉ. विजय कुमार सिंह ने कहा कि यूजीसी रेगुलेशन के अनुरुप, प्रोफेसर पदनाम, सेवानिवृत्ति आयु 65, फीडर कैडर का लाभ, शिक्षकों की प्रोन्नति एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अव्यवहारिक पहलुओं से जुड़े अन्य मुद्दे उठाते हुए कहा कि वर्तमान सरकार के नाकारात्मक रवैए से शिक्षकों की सहन सीमा अब पार हो चुकी है। यदि शीघ्र ही इन मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो शिक्षक न केवल सड़क पर उतरेंगे, बल्कि सरकार को आने वाले विधानसभा चुनावों में इस असंतोष का खामियाजा भुगतना पड़ेगा। 15 दिन के अंदर अगर सुनवाई नहीं हुई तो हम फिर धरने पर बैठेंगे ।
महामंत्री डॉ राहुल सिंह ने पुरानी पेंशन, पीएचडी इंक्रीमेंट, शेष मानदेय शिक्षकों के आमेलन, शैक्षणिक कैलेन्डर की विसंगतियों से जुड़े बहुप्रतीक्षित माँगो को शीघ्र पूरा करने की हुँकार भरी और कहा कि यदि शासन और विश्विद्यालय हमारी माँगो को तय समयसीमा में पूरा नहीं करता है तो शिक्षक सड़क से लेकर संसद तक अपनी ताकत का अहसास कराएगा।
संयुक्त मंत्री डॉ. दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि धरना अभी शासन के नीतियों के विरोध की झलक मात्र है। शिक्षक संघ के पूर्व अध्यक्ष एवं टीडी कॉलेज के प्राचार्य डॉ समर बहादुर सिंह ने कहा शिक्षक अपने संगठन और संघर्ष की ताकत से सरकार को आगामी लोकतंत्र के महापर्व में लोकतंत्र का बुनियादी सबक सिखा दें।
फुपुक्टा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, डॉ.राजीव प्रकाश सिंह ने कहा कि यदि सरकार शिक्षक माँगों के प्रति बहरी हो जाए तो शिक्षक संगठनों के पास उसके इलाज के सौ औज़ार मौजूद हैं।
धरने को संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ रामजीत सिंह,उपाध्यक्ष डॉ राजीव त्रिपाठी, डॉ अखिलेश्वर शुक्ला , मनोज सिंह, डॉ नीरज सिंह,डा सरफ़राज़ नवाज़,डा आसिफ क़माल, डा सिधारी,डा ओपी सिंह डॉ.अजीत प्रसाद राय,डॉ.कौशलेन्द्र विक्रम मिश्र,डॉ प्रशांत कुमार राय,डॉ.राकेश यादव,डॉ शैलेन्द्र सिंह,डॉ बलवंत सिंह,डॉ सुधीर कुमार सिंह,,डॉ नितिन कुमार, डॉ अवधेश यादव ,डॉ संदीप कुमार ने भी सम्बोधित किया।धरने का संचालन डॉ पंकज सिंह ने किया।इस दौरान अनुदानित महाविद्यालयों के शिक्षकों के अलावा स्ववित्तपोषित शिक्षक भी मौजूद रहे।