बलिया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुबहर अंतर्गत विभिन्न ग्राम पंचायतों में कार्यरत सैकड़ों आशा बहुओं का मानदेय फरवरी महीने से अब तक नहीं मिला है। इसके कारण उन्हें आर्थिक समस्या से जूझना पड़ रहा है। ज्ञात हो कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में कार्यरत आशा बहुओं को फरवरी महीने से उनके मानदेय के अलावा विभिन्न कार्यों के लिए जैसे इंद्रधनुष टीकाकरण कोरोना पल्स पोलियो आदि दर्जनों कार्यों का भी मानदेय आज तक नहीं मिल पाया है। क्षेत्र के आशा बहुओं का कहना है कि बिना मानदेय का लगातार पांच से छह महीने से कार्य करते हुए हम लोगों को काफी परेशानी हो रही है। बावजूद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी निरंतर कार्य करने के लिए दबाव बनाते रहते हैं। जिसे हम लोग फील्ड में घूम घूम कर स्वास्थ्य विभाग के ग्राम स्तर के सभी कार्यों को जिम्मेदारी पूर्वक निर्वहन करते हैं। लेकिन हम लोगों के मानदेय के नाम पर स्वास्थ्य केंद्र या जिम्मेदार अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रहा है कि इन निचले स्तर के ग्राम पंचायत में कार्य करने वाली आशाओं का दिनचर्या बिना मानदेय का कैसा चलेगा। हालांकि इस संबंध में आशाओं का एक प्रतिनिधि मंडल पिछले दिनों मुख्य चिकित्सा अधिकारी बलिया से मुलाकात किया था। जिन्होंने उस समय मौखिक रूप से कहा था कि आशाओं का सारा मानदेय का पैसा जिले से जा चुका है। किस कारण अभी तक आप लोगों को नहीं मिला है, यह मैं बता नहीं बता सकता।
इस संबंध में दुबहर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि आशाओं का मानदेय का पैसा अभी लखनऊ से ही जिले नहीं आया है। एक माह का पैसा रिलीज हो रहा है, जो आते ही उनके खाते में भेज दिया जाएगा ।