गाजीपुर। सावन मास के छठवें सोमवार को शिवभक्तों की महाहर यात्रा गाजीपुर शहर स्थित घाट से गंगाजल भरकर हजारों भक्तों ने रविवार शुरू की जो देर शाम सोमवार तक चलता रहा।शिवभक्त मार्ग द्वारा पैदल, साइकिल ,बाइक,चार पहिया, दंडवत,पहुंघ शिवालय में जलाभिषेक के लगातार आगे बढ़ रहे थे।पैर में पड़े छाले व दर्द भी आस्था पर कोई असर नहीं डाल पाई।कठिन यात्रा भक्त एक दिन में ही पूरी करते हैं। महाहरधाम में जलाभिषेक करने के लिए कोसो लंबी यात्रा के दौरान भोले भक्तों की सेवा के लिए जगह-जगह स्टाल भी लगाए गए थे।जलाभिषेक के लिए भक्तों की भारी भीड़ लगी रही। महाहर धाम पहुंचे ग्रामीण अंचल व शहर क्षेत्र भक्तों ने बताया कि वह पिछले कई वर्षों से यात्रा कर रहे हैं।पुरुषार्थ के चार धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष की प्राप्ति की कामना के साथ हर वर्ष वह महाहर धाम यात्रा करते हैं। महाहर धाम शिव मंदिर सहित सभी क्षेत्र के अन्य शिवालयों पर आधी रात से ही शिवभक्तों की कतारें लग गई थी।दूसरी तरफ महाहर धाम यात्रा पर निकले युवा शिवभक्तों के जयकारों से क्षेत्र का कण-कण भक्तिभाव में डूब रहा। लहुरी काशी में हर ओर हर-हर महादेव की गूंज सुनाई दे रही है। शिवालयों के कपाट रात के तीसरे पहर से खुलने के बाद दर्शन करने वालों की कतार बढ़ गई थी।महाहर धाम सहित ग्रामीण क्षेत्रों के सैकड़ों मंदिरों में हजारों भोले के भक्तों की कतार भारी कतार देर शाम तक लगी रही। पौराणिक मान्यता है कि कभी अपने नेत्रहीन माता-पिता को कंधे पर लेकर तीर्थ कराने जा रहे बालक श्रवण की जान राजा दशरथ के शब्दभेदी बाण से चली गई थी।त्रेता में अपने को दोषमुक्त कराने के उद्देश्य से यहां पर शिव मन्दिर भव्य निर्माण कराया गया था। करीब दस हजार शिवभक्तों ने महाहर बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक व दुग्धाभिषेक कर दर्शन पूजन किए। इस दौरान सुरक्षा की दृष्टि से प्रभारी निरीक्षक राजेश मौर्या, विवेक पाठक सहित भारी संख्या में पुलिस व पीएसी के जवान तैनात रहे।