महाशिवरात्रि : बारात उत्सव व जुलूस को सकुशल संपन्न कराने को लिए शांति समिति की हुई बैठक





परंपरागत, भक्तिपूर्ण व शांतिपूर्ण ढंग से करें बारात व जुलूस का आयोजन : डीएम

बारात व जुलूस में शामिल लोग कड़ा, फाइटर और छुरी जैसे उपकरण रखने व पहनने से करें परहेज : एसपी

ड्रोन और गोपनीय माध्यम से बारात में शामिल लोगों पर रखी जाएगी कड़ी निगाह

बलिया। महाशिवरात्रि बारात उत्सव व जुलूस को सकुशल संपन्न कराने को लेकर जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक मंगलवार को जिलाधिकारी रवींद्र कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। जिलाधिकारी ने इसमें एक-एक कर सभी बारात /जुलूस आयोजकों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनी और पूरी ज़िम्मेदारी के साथ समाधान कराने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए। साथ ही आयोजकों को सुरक्षा व अन्य व्यवस्था के दृष्टिगत जरूरी सतर्कता बरतने के लिए कहा।
ज़िलाधिकारी ने जनपद के विभिन्न 29 मंदिरों, जहां से बारात/ जुलूस निकालना है, वहां की सड़कों के गड्ढे को भरने, लटके तार को सही करने व साफ- सफाई सहित अन्य समस्याओं को देखकर उसे तत्काल दूर कर लेने के निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि जुलूस का आयोजन पहले से चल रही अपनी परंपरा के अनुसार, भक्तिपूर्ण, हर्षोल्लास व शांतिपूर्ण ढंग से होना चाहिए। कोई ऐसा कार्य न किया जाए, जिससे किसी की भावना को ठेस पहुँचे। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि क़ानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ हुआ तो कड़ी कार्रवाई होगी। इसलिए सभी आयोजक अपनी जुलूस में वालंटियर को इसके प्रति सजग कर दें। सभी आयोजक इस बात का भी ख्याल रखें कि सभी जुलूस निर्धारित रूट से ही जाए, उनके सभी वालंटियर शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए अलर्ट रहें। सभी आयोजकों को अपने मार्ग की पूरी जानकारी हो। निर्धारित समय से बारात/जुलूस शुरू हो जाए, और समय से पहुँच भी जाएं।

उन्होंने नगरपालिका/ नगर पंचायतों के ईओ को नगरीय क्षेत्रों में और ग्रामीण क्षेत्रों के मंदिरों के लिए डीपीआरओ को सभी रास्तों पर साफ-सफाई व समुचित प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। कहा कि अगर जुलूस के रास्ते मे कहीं कोई अतिक्रमण हो तो उसको भी हटवा दिया जाए। निर्देश दिया कि पानी के टैंकर में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था हो। विद्युत विभाग के एक्सईएन को निर्देश दिया कि किसी भी हालत में बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होनी चाहिए। उन्होंने आयोजकों से अनुरोध किया कि रात्रि के समय से ही मंदिरों में जलाभिषेक का कार्य शुरू हो जाएगा, इसलिए आपातकालीन स्थिति में मंदिरों पर जनरेटर की व्यवस्था कर लें,किसी भी स्थिति में मंदिरों में अंधेरा नहीं होना चाहिए।
एसपी देव रंजन वर्मा ने कहा कि गरिमा के अनुरूप शांतिपूर्ण ढंग से ही यह त्योहार मनाया जाए। उन्होंने सभी आयोजकों को अपने वालंटियर्स की सूची देने कहा। उन्होंने बारात/जुलूस में शामिल लोगों को कड़ा, फाइटर एवं छुरी जैसे उपकरण रखने /पहनने और मादक पदार्थों के सेवन से परहेज करने का अनुरोध किया। कहा कि प्रशासन की ओर से पूरे बारात/ जुलूस का ड्रोन और गोपनीय ढंग से कड़ी निगरानी रखी जाएगी। विशेष रूप से हिदायत दी कि जुलूस में अगर कोई भी ग़ैरक़ानूनी हरकत देखने को मिलती है तो संबंधित पर कठोर कार्रवाई पुलिस की ओर से होगी। बैठक में एडीएम डीपी सिंह, एएसपी दुर्गाशंकर तिवारी और अनिल कुमार झा, सिटी मजिस्ट्रेट इंद्रकांत द्विवेदी, सहित अन्य अधिकारी एवं मंदिरों के बारात/जुलूस के आयोजक और असगर अली सहित शांति समिति के सदस्य मौजूद थे।





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