लखनऊ/बलिया। वोट पर चोट! विधानसभा चुनाव की तैयारी अंदर ही अंदर शुरू है। ऐसे में सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी ने भी वोट बैंक सहेजने के लिए अलग-अलग वर्गो के मार्चा प्रभारियों की नियुक्ति की है। जिसमें अल्पसंखय मार्चा से लेकर युवा, महिला, किसान और अनुसूचित जाति मोर्चा तक बनाया गया है। मोर्चा प्रभारियों पर नजर रखने के लिए प्रदेश अनुशासन समिति का भी गठन किया गया है। अनुशासन समिति के प्रदेश अध्यक्ष की कमान भाजपा के वरिष्ठ नेता बालचंद्र मिश्र (कानपुर) संभालेंगे।

विस चुनाव के आने का राजनीतिज्ञों को बेसब्री से इंतजार है। सत्ता सुख से वंचित पार्टियां चुनाव जल्द कराना चाहती हैं, जबकि सत्ताधारी दल सही समय का इंतजार कर रहे हैं और वक्त आने पर चोट करना चाहती हैं। भाजपा ने प्रदेश में मोर्चा प्रभारियों की नियुक्ति कर सियासी गोटी बिछाने में जुटी है। सोमवार की रात भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश द्वारा मोर्चा प्रभारियों की घोषणा की गई है। इसमें मुख्य रूप से युवा मोर्चा, महिला मोर्चा, किसान मार्चा, पिछड़ा मार्चा, अनुसूचित जाति मोर्चा, अनुसूचित जनजाति मोर्चा और अल्पसंख्यक मोर्चा शामिल है। इन मोर्चा को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी भी भाजपा के तेज-तर्रार नेताओं को सौंपी गई है। इन्हें सभी वर्गो को भाजपा से जोडऩे का काम पूरी चालाकी के साथ करने को दिया गया है। अब देखना है कि कौन कितना अपने लक्ष्य में सफल होता है ?