अधिवक्ता के प्रार्थना पत्र पर आज होगी सुनवाई
सुभासपा के झंडा तले मुख्तार अंसारी मऊ सदर विधानसभा सीट से फिर लड़ेंगे चुनाव
मऊ। मतदान लोकतंत्र की सबसे बड़ी शक्ति है। यह हमारा अधिकार भी है और कर्तव्य भी। चलें हम सब मिलकर मतदान करें..।
उत्तर प्रदेश में इन दिनों चुनावी महासंग्राम चल रहा है। सियासी उलटफेर के बीच पूर्वांचल के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी एक बार फिर मऊ सदर-356 विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। इस बार मुख्तार अंसारी को सुभासपा ने टिकट देकर मैदान में उतारा है। यह जानकारी विधायक मुख्तार अंसारी के वकील दरोगा सिंह द्वारा मंगलवार को विशेष न्यायधीश एमपी/ एमएलए कोर्ट में दिए गए प्रार्थना-पत्र में दी गई है। अधिवक्ता ने अपनी अर्जी में बांदा जेल में बंद मऊ के सदर विधायक मुख्तार अंसारी से उनके अधिवक्ता, नोटरी अधिवक्ता, प्रस्तावकों एवं फोटोग्राफर के मुलाकात करने के लिए अनुमति मांगी है। इस प्रकरण की सुनवाई के लिए बुधवार की तिथि कोर्ट ने नियत की है। न्यायालय में अधिवक्ता द्वारा दी गई अर्जी में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि मुख्तार अंसारी मऊ सदर से वर्तमान में विधायक हैं। उन्हें विधानसभा चुनाव -2022 के लिए नामांकन दाखिल करना है। मुख्तार अंसारी को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने मऊ सदर-365 से अपना प्रत्याशी बनाया है।
बताया कि नामांकन पत्र एवं उसके साथ संलग्न शपथ पत्र पर उम्मीदवार की चल -अचल संपत्तियों का पूरा विवरण और मुख्तार अंसारी पर दर्ज अपराधों से संबंधित जानकारी तथा अन्य ब्योरे भी दिए जाते हैं। इतना ही नहीं पर्चा दाखिला के लिए नामांकन पत्र पर उम्मीदवार के हस्ताक्षर भी होते हैं। इस पूरी प्रक्रिया/औपचारिकताओं को पूर्ण कराने के लिए उनके अधिवक्ता, नोटरी अधिवक्ता, प्रस्तावकों एवं फोटोग्राफर का मिलना जरूरी है। इसलिए उन्हें बांदा जेल में जाने और मिलने की अनुमति दी जाए।
विधायक मुख्तार अंसारी के अधिवक्ता की इस अर्जी पर विशेष न्यायाधीश दिनेश कुमार चौरसिया ने प्रार्थना पत्र पर सुनवाई के लिए बुधवार नौ फरवरी की तिथि तय की है। उधर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष रामजीत राजभर ने भी मुख्तार अंसारी को सुभासपा से टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारने की पुष्टि की है।