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विस चुनाव के लिए स्थापित किया गया है सोशल मीडिया सेल
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भड़काऊ भाषण व मैसेज अपलोड करने वालों पर रखेगी नजर..
बलिया। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव- 2022 का बिगुल बज चुका है। जिले में छठे चरण में तीन मार्च को चुनाव होना है। फिलहाल आयोग की ओर से जनसभा और रैलियों को प्रतिबंधित किया गया है। ऐेसे में प्रचार का एकमात्र माध्यम सोशल मीडिया है। इस रास्ते से कुछ अराजकतत्व माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेंगे। इन पर नजर रखने के लिए पुलिस महकमा पूरी तरह से अलर्ट है। इसके लिए जिला मुख्यालय पर सोशल मीडिया सेल स्थापित किया गया है। मीडिया सेल फेसबुक, व्हाट्स एप, ट्वीटर, इंस्टाग्राम पर भड़काऊ वीडियो, मैसेज अपलोड कर शांति भंग करने वालों पर निगरानी रखने का काम करेगी। जनप्रतिनिधियों व उनके समर्थकों द्वारा भी कार्यक्रम व भाषण के वीडियो व मैसेज पर निगहबानी करेगी।
आगामी विधान सभा चुनाव 2022 को सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस महकमा पूरी तरह तैयारी में जुट गया है। ताकि किसी प्रकार से जनपद में माहौल न खराब न हो सके और चुनाव बाधित ना हो सकें। इसके लिए पुसिस महकमा द्वारा सोशल मीडिया सेल स्थापित किया है, जो अभी से सोशल मीडिया जैसे- फेसबुक, व्हाट्स एप, ट्वीटर, इंस्टाग्राम पर भड़काऊ वीडियो, मैसेज अपलोड कर शांति भंग करने वालों पर निगरानी करने का काम करेगी। जनप्रतिनिधियों व उनके समर्थकों पर भी नजर रखेगी। आकड़ों पर गौर किया जाए तो सोशल मीडिया सेल करीब 139 लोगों के प्रोफाइल पर नजर रख रही है। जिसमें फेसबुक के करीब 42 तथा ट्वीटर के 97 लोगों के प्रोफाइल पर निगहबानी की जा रही है। इसके अलावा व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम पर भड़काऊ वीडियो, मैसेज अपलोड कर शांति भंग करने वालों पर निगरानी रखने का काम करेगी। इस बाबत पुलिस अधीक्षक राजकरन नय्यर ने बताया कि वर्तमान में सोशल मीडिया हावी हो चुका है। ऐसे में इस प्लेट फार्म के माध्यम से अराजकतत्व भड़काऊ वीडियो या मैसेज अपलोड कर माहौल खराब कर सकते है। ऐसे लोगों की प्रोफाइल पर नजर रखने के लिए सोशल मीडिया सेल स्थापित किया गया है। ताकि ऐसे लोगों को चिह्नित कर समय रहते कार्रवाई की जा सकें। चुनाव से पूर्व या चुनाव के दौरान किसी को भी माहौल खराब करने की इजाजत नहीं दी जा सकती है। ऐसे लोगों से सख्ती से निबटा जाएगा, चाहे कोई भी हो।
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