“…अगर बहनें नहीं होंगी तो राखी कौन बांधेगा”
सोनभद्र/ गाजीपुर। “किसी के जख्म पर चाहत के पट्टी कौन बांधेगा, अगर बहनें नहीं होंगी तो राखी कौन बांधेगा..।” भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षा बंधन असल में मानवीय भावों का बंधन है। भाई की उम्मीद और बहना के प्यार को जीवित रखने का काम गाजीपुर के लाल और जम्मू काश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी किया। वह सोनभद्र जिले के आमडीह गांव में एक दिन पहले ही बहन के घर पहुंच गए थे। हर साल की तरह इस बार भी उन्होंने वहां घर पहुंचकर परंपरा को कायम रखा।
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इसके लिए वहां सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी। रविवार को राखी बंधवाने के बाद वह सीधे कल्याण सिंह की अंतिम यात्रा में शामिल होने लखनऊ पहुंचे। उधर गाजीपुर में जिलाधिकारी एमपी सिंह एवं पुलिस कप्तान डा. ओमप्रकाश सिंह ने ब्रम्हकुमारी बहनों, महिला पुलिस कर्मियों, महिला कर्मचारियों से राखी बंधवा कर उन्हें रक्षा का वचन दिया।
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पुलिस अधीक्षक डा• ओमप्रकाश सिंह ने रक्षाबंधन पर्व के पुनीत अवसर पर विभाग की महिला उपनिरीक्षक, महिला आरक्षियों एवं ब्रम्हकुमारी संस्थान की महिलाओं से राखी बंधवाई और कहा कि भाई-बहन के परस्पर स्नेह का यह महान त्योहार है। इस पर्व पर हम सबको महिलाओं की सुरक्षा के प्रति सदैव जागरूक रहने का संकल्प लेना चाहिए।