बलिया के हिस्से में स्थापित जेटियों पर क्रूज व मालवाहक जहाज न रूकने से छाई उदासी





नदी किनारे रोजगार को बढ़ावा देने का सपना अधूरा

बलिया। वाराणसी के साथ ही गाजीपुर-बलिया में गंगा नदी के रास्ते अब सैलानियों व पर्यटकों का क्रूज काशी से डिब्रूगढ़ की यात्रा शुरू कर दिया है। इसके साथ ही मालवाहक जहाज भी इस रास्ते आने व जाने लगीं हैं। इनके ठहरने के लिए बनाई गई जेटियों पर अभी भी उदासी छाई हुई है। बलिया के हिस्से में स्थापित जेटियों पर सैलानियों का क्रूज और मालवाहक जहाज अभी तक नहीं रुका है। इन जेटियों के सहारे नदी किनारे रोजगार को बढ़ावा देने का सपना भी अभी तक अधूरा है।

जलमार्ग से पर्यटकों को देश के धार्मिक, सांस्कृतिक, पौराणिक एवं ऐतिहासिक स्थलों का करा रहे परिचय

बता दें कि बलिया से वाराणसी के बीच चार फ्लोटिंग जेटी के साथ ही सात अन्य जेटियों को स्थापित किया गया है। इसका उद्देश्य सैलानियों एवं पर्यटकों को जगह -जगह रोककर देश के प्रमुख धार्मिक, सांस्कृतिक, पौराणिक एवं ऐतिहासिक स्थलों का परिचय करना है। गंगा तट पर बनी जेटियों के जरिए नदी किनारे रोजगार पैदा करने का सपना भी देखा गया है। इस दिशा में पहल जारी है। शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल मार्ग से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चार जेटियों का उद्घाटन किया था। जिसमें बलिया के कंशपुर एवं गाजीपुर के सैदपुर, चौचकपुर और जमानिया में क्रूज के रुकने की व्यवस्था थी। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सात और जेटियों का लोकार्पण किया। लेकिन निराशा इस बात की है कि बलिया के उजियारघाट में जेटी बनने के बाद भी क्रूज वहां नहीं रूका। प्रत्येक बार क्रूज को बिहार के बक्सर जनपद अंतर्गत रामरेखा घाट पर ही रोका जा रहा है।

उजियारघाट जेटी पर क्रूज व मालवाहक जहाज के रूकने का इंतजार

केंद्र सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना जल परिवहन को बढ़ावा देने के लिए मालवाहक जहाजों को भी जलमार्ग से गुजरा जा रहा है। बुधवार को सायंकाल गंगा नदी के रास्ते एक माल वाहक उजियारघाट जेटी से होकर गुजरा जरूर, लेकिन वहां स्थित जेट्टी पर जहाज के न रूकने से लोगों को निराशा हुई। यही हाल गाजीपुर जनपद में भी कई जेटियों का है जहां अबतक सैलानियों व पर्यटकों न क्रूज रुका है और न ही माल वाहक जहाज।

पहले सीएम, फिर सांसद ने किया जेटी का लोकार्पण

बता दें कि बीते 11 नवंबर 2022 को उजियारघाट पर सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने जेटी का लोकार्पण किया था। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में टेली कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सात जेटियों का एक साथ लोकार्पण किया। जिसमें उजियारघाट की जेटी भी शामिल थी। इस मौके पर गंगा तट पर बड़ी तैयारी की गई थी।
भारतीय अन्तर्देशीय जल मार्ग प्राधिकरण पत्तन पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय भारत सरकार जलमार्ग विकास परियोजना के अन्तर्गत कोलकाता से वाराणसी तक गंगा नदी में जल परिवहन शुरू करने के लिए जिले में मालवाहक जहाजों, वातानुकूलित क्रूज को ठहरने के लिए पहला जेटी सरयां उजियारघाट गंगा तट पर स्थापित किया गया। लोगों को लगा कि जेटी स्थापित होने के बाद यहां पर क्रूज एवं मालवाहक जहाज रूकेंगे और उजियारघाट पर रौनक लौट आएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस जेटी पर अभी तक एक भी क्रूज व मालवाहक जहाज नहीं रोका गया है।

“गंगा विलास क्रूज” को प्रधानमंत्री ने दिखाई थी हरी झंडी

गौरतलब हो कि बीते 13 जनवरी 2023 को वातानूकुलित “गंगा विलास क्रूज” को वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाकर डिब्रूगढ़ के लिए रवाना किया था, लेकिन “गंगा विलास क्रूज” बक्सर के रामरेखा घाट के पास रूका। इसी प्रकार बुधवार को भी मालवाहक जहाज बक्सर में रामरेखा घाट पर रूकने के बाद उजियारघाट जेटी को पार करते हुए वाराणसी की तरफ निकल गया और लोग देखते रह गए। उजियारघाट के लोगों को इस बात का सर्वाधिक दुःख है कि जेटी बनने के बाद भी अबतक कोई क्रूज या मालवाहक जहाज यहां नहीं रुका। आखिर उजियारघाट में लोगों के सपने कब साकार होंगे। यहां की रौनक कब बदलेगी।





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