अंतरराष्ट्रीय जयप्रकाश नारायण केंद्र की साढ़े चार साल बाद भी जांच अधर में..
नगरा। भाजपा के फायर ब्रांड नेता व पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह ने सूबे की सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कई सवाल उठाए। कहा पूर्ववर्ती सरकार द्वारा लखनऊ में निर्माणाधीन जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय केंद्र की जांच साढ़े चार साल में क्यों नहीं पूरी की गई ? जांच पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि केंद्र से लाखों रुपये के सामान चोरी हो गए, इसके लिए कौन जिम्मेदार है। देखभाल के अभाव में उसमें पानी भर गया है। जांच रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि उस संस्था में 200 करोड़ का नुक़सान हुआ है। आखिर देखभाल की जिम्मेदारी किसकी है ? हम सरकार से मांग करते हैं कि उस अंतरराष्ट्रीय केंद्र का निर्माण जल्द पूरा कराया जाए। अन्यथा जेपी जयंती पर 11 अक्टूबर को बलियावासी हजारों की संख्या में लखनऊ पहुंचकर वहां उनकी जयंती मनाएंगे।
यह बातें पूर्व विधायक व भाजपा के फायर ब्रांड नेता राम इकबाल सिंह ने मंगलवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान कही। कहा कि जयप्रकाश नारायण किसी राजनैतिक दल या किसी एक के नहीं थे। वे पूरे भारत के थे। वो एक महान क्रांतिकारी थे, वह बागी बलिया की धरती के थे। वह हमेशा देश के बारे में सोचते थे। वे चाहते तो देश के प्रधानमंत्री बन सकते थे, लेकिन बिना पद लिए देश की सेवा की। उनकी स्मृतियों को संजोने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने कार्यकाल में 886 करोड़ की लागत से जेपी अंतरराष्ट्रीय केंद्र का निर्माण कराया, लेकिन वो पूरा नहीं हो पाया। उसमें 100 करोड़ रुपये की और जरूरत है। श्री सिंह ने कहा कि देखभाल और रख -रखाव के अभाव में उनके नाम पर बने केंद्र से लाखों रुपये के सामान गायब हो गए। उसमें पानी भर गया है। श्री सिंह ने सवाल खड़ा किया कि आखिर सरकार के पैसे से बने इस संस्था के देखभाल की जिम्मेदारी किसकी है। कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण के प्रति ईर्ष्या और द्वेष का भाव क्यों प्रकट किया गया ? यह जयप्रकाश नारायण का अपमान है। इससे बलियावासी मर्माहत है। बलिया के एक महान क्रांतिकारी को नीचा दिखाने का प्रयास किया गया। पूर्व विधायक ने जेपी के विचारधारा से जुड़े लोगों का इस केंद्र के निर्माण को पूरा करने के लिए आगे आने का आह्वान किया। कहा कि सरकार साढ़े चार वर्षो तक जांच क्यों नहीं कराई। जांच पहले भी हो सकती थी।