लखनऊ/बलिया। हमेशा अपनी बेबाक टिप्पणी एवं ईमानदारी के लिए चर्चा में रहे पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर एक बार फिर संकटों से घिर गए हैं। इस बार का संकट घोसी के बसपा सांसद अतुल राय पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली पीडि़ता एवं गवाह के वायरल वीडियो से पैदा हुआ है, जो उनके आत्मदाह से कुछ सेकेंड पहले का है। इसमें पीडि़ता एवं गवाह ने आरोप लगाया है कि श्री ठाकुर ने हम लोगों की मदद नहीं की, बल्कि एक दबंग एवं हिस्ट्रीशीटर सांसद के पक्ष में डीजीपी को फोन किया। इसके बाद कार्रवाई तेज हुई और हमे प्रताडि़त किया जाने लगा। पूर्व आईपीएस श्री ठाकुर को कटघरे में खड़ा करते हुए उन्हें अन्यायी बताया गया है।
इस संबंध में रिटायर्ड आईपीएस अमिताभ ठाकुर का कहना है कि डीजीपी को मैनें कोई फोन नहीं किया था। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि डीजीपी को एक पत्र अवश्य भेजा था, जिसमें यह लिखा था कि जो सही हो वही कार्रवाई की जाए। कानून की किताब बहुतों ने पढ़ी है। आखिर इस मामले में गुनाहगार कौन है? फोन करने वाला या कार्रवाई करने वाला…? जिस अधिकारी के कहने पर कार्रवाई हुई और वह गलत है, तो पुलिस को उसके खिलाफ तत्काल एक्शन लेना चाहिए। पीडि़त पक्ष हमेशा उसी से न्याय मांगता है, जो कुर्सी पर होता है। मैंने अगर किसी के लिए फोन किया भी है, तो क्या गुनाह कर दिया?
पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर का गम से पुराना रिश्ता है। खुशी शायद ही उनकी दहलीज के कभी अंदर प्रवेश की हो। अब सेवानिवृत्ति के बाद राहत और खुशहाली का अनुमान लगाया जा रहा था, लेकिन वह भी छीन गई। कुछ दिनों पहले उन्हें अयोग्य ठहरा कर जबरदस्ती सेवा निवृत्त किया गया था। इसके तत्काल बाद आगामी विधानसभा चुनाव में पूर्व आईपीएस ने मुखयमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लडऩे का बड़ा एलान कर दिया। इसे जगजाहिर भी कर दिया। प्रदेश के सियासी गलियारे में चर्चाओं का बाजार भी गर्म हो उठा। इस एलान और चुनावी तैयारी के बीच संकट के बादल एकाएक छाए। यह सब एक संयोग कहा जा सकता है..।
उच्चतम न्यायालय के सामने बलात्कार पीडि़ता एवं इस प्रकरण में गवाह रहे सत्यम राय द्वारा आत्मदाह की कोशिश करना और उसके पहले वायरल वीडियो में अपनी पीड़ा को उकेरना भी एक संयोग है। बलात्कार पीडि़ता एवं गवाह ने कई आईपीएस अफसरों के साथ पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। इस आधार पर शनिवार को गोमतीनगर पुलिस ने अमिताभ ठाकुर को हाउस अरेस्ट कर लिया है। इस संबंध में एसीपी गोमतीनगर श्वेता श्रीवास्तव का कहना है कि दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के बाहर आत्मदाह की कोशिश करने वाली रेप पीडि़ता एवं उसके साथी ने अमिताभ ठाकुर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वायरल वीडियो में कहा है कि रेप के आरोपी सांसद अतुल राय की वह मदद कर रहे थे।
वायरल वीडियो में बलात्कार पीडि़ता एवं गवाह ने साफ कहा है कि इस जंग में किसी ने मेरा साथ नहीं दिया। आर्थिक रूप से कमजोर होते हुए भी हम न्याय के लिए दर-उर भटकते रहे। रेलवे स्टेशन से लेकर फुटपाथ पर सोया। लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा। इस बीच पुलिस हमे ही गलत साबित करने में जुटी रही और हमारे चरित्र पर कीचड़ उछालती रही। उसमें कई बड़े आईपीएस अफसरों की भी अहम भूमिका रही है। हर जगह मेरा उपहास उड़ाया गया और उपेक्षा की गई। पीडि़ता ने वर्तमान में कार्यरत कई अधिकारियों के नाम लेने के साथ ही विवेचना अधिकारी, क्षेत्राधिकारी समेत अन्य लोगों को भी इसके लिए कसूरवार ठहराया है। हां इतना राहत जरूर है कि इन पीडि़तों ने वीडियो में किसी मंत्री या राजनेता का नाम नहीं लिया है।