पर्व नजदीक आते ही कार्रवाई का ढिंढोरा पीटने लगा विभाग..



जिले में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की कार्रवाई में डरे -सहमे हैं छोटे दुकानदार..

बलिया। ‘समरथ को नहीं दोष गोसाईं..।’ इसका सीधा अर्थ है कि समर्थ लोगों को कोई दोष नही देता, कमजोर ही दोषी ठहराए जाते हैं। जनपद में भी ऐसे कसूरवारों की कमी नहीं है, जिन पर इन दिनों खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन का डंडा चलना शुरू हो गया है। टीम जांच के नाम पर खूब रौब झाड़ती है। लेकिन इसी शहर में बहुत सारे मिलावटखोर ऐसे भी हैं, जिनके यहां आज तक कोई टीम नहीं पहुंची। यह कोई नई बात नहीं है। ताकतवर की चौकठ सभी चुमते हैं।
देखा जाए तो एक साल में पड़ने वाले मुख्य त्योहारों पर कार्रवाई का ढिंढोरा पूरे जनपद में हर बार पीटा जाता है। फिर जांच, सैंपलिंग, नमूने का खेल कुछ दिनों तक चलता है। बड़े मिलावटखोरों की गर्दन तो आराम से बच जाती है, लेकिन छोटे दुकानदार कार्रवाई की चक्की में हर बार पिसते हैं।
आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन लखनऊ और जिलाधिकारी बलिया ने नवरात्र, दशहरा सहित आने वाले पर्वों के मद्देनजर खाद्य पदार्थों के जांच का आदेश दिया है। खाद्य सुरक्षा विभाग बलिया ने मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी दीपक कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में नगर
स्थित किराने के प्रतिष्ठान का सोमवार को निरीक्षण किया। वहां बेचने के लिए रखे सिंघाड़े के आटे व तिन्नी के चावल में मिलावट के संदेह पर टीम ने खाद्य पदार्थों के एक-एक नमूने जाँच के लिए संग्रहीत किए। टीम प्रभारी ने प्रतिष्ठान का खाद्य लाइसेंस प्रदर्शित न करने पर नाराजगी जताई तथा अविलंब उसकी एक प्रति प्रमुख स्थान पर चस्पा करने का आदेश दिया।

इसके बाद टीम रामपुर उदयभान स्थित एक प्रमुख किराना स्टोर से बादाम के अवमानक होने के आधार पर नमूना जाँच के लिए संग्रहीत किया। इसके पुर्व छापेमार दल ने बाँसडीह स्थित दो किराने के दुकान पर छापा मारा जहाँ से 01 मसूर दाल जो कृतिम रंग से रंगी हुई प्रतित हो रही थी व साठी का चावल का नमूना लिया। दूसरे प्रतिष्ठान से मुंगफली का दाना व काजू (मूल पैक) के नमूने जाँच के लिए संग्रहित किए। उक्त प्रतिष्ठान पर टीम प्रभारी ने वहाँ पर रखे खाद्य पदार्थों के रख- रखाव एवं वहाँ व्याप्त गंदगी पर असंतोष व्यक्त करते हुए अविलंब सुधार करने की नोटिस निर्गत किया। खाद्य सुरक्षा विभाग की कार्यवाही से बाजार में हड़कम्प मच गया। मिलावटखोर अपनी अपनी दुकान छोड़कर भाग गए। इस प्रकार छापेमार दल ने कुल 24 खाद्य नमूने जाँच के लिए संग्रहित किए। अभिहित अधिकारी बलिया महेन्द्र श्रीवास्तव ने बताया की इस नवारात्रि पर आम जनमानस से अपील किया कि किसी भी पैक्ट पैकेट वाले खाद्य पदार्थ पर FSSAI का लाइसेन्स नंबर व पैकिंग तिथि अथवा एक्सपाईरी तिथि देख कर ही खरीदें। जिससे नमूने का सुरक्षित होने का आभास होता है। अभिहित अधिकारी ने बताया कि इस नवरात्रि व आगामी दिवाली को देखते हुए विभाग सक्रियता से मिलावटखोरों पर लगाम लगाएगा। अब देखना है कि इस बार टीम कार्रवाई कर कितना व्यवस्था में सुधार लाती है।



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