.
.
.
.
बोले, विधायक पुत्र पर केस दर्ज करना पुलिस की मनमानी का नतीजा
बलिया। अधिकार सेना के संयोजक एवं पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने फेफना विधानसभा क्षेत्र के वर्तमान विधायक संग्राम सिंह यादव के पुत्र एवं शहर कोतवाल के बीच हुए विवाद के बाद पुलिस द्वारा एक पक्षी कार्रवाई की निंदा की है। कहा कि शहर कोतवाली के इंस्पेक्टर/कोतवाल की तहरीर पर आनन-फानन में सपा विधायक के बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, जो पूरी तरह गलत है। उन्होंने बताया कि एफआईआर दर्ज करने से पहले पूरे प्रकरण की जांच किसी राजपत्रित अधिकारी द्वारा होनी चाहिए थी। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई होनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गय। यह प्रशासन के मनमानेपन एवं राजनीतिक द्वेष का ज्वलंत उदाहरण है। सपा विधायक के पुत्र पर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किए जाने का अधिकार सेना निंदा करती है। अधिकार सेना के संयोजक अमिताभ ठाकुर ने कहा कि सपा विधायक के बेटे पर की गई कार्रवाई एकपक्षीय है।
श्री ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। विधायक पुत्र द्वारा अगर तहरीर दी जाती है, तो उसे तत्काल पुलिस प्रशासन संज्ञान ले और दूसरे पक्ष का भी एफआईआर दर्ज करे। उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच अलग एजेंसी अथवा सीबीसीआईडी से होनी चाहिए।
बता दें कि रेलवे स्टेशन के समीप पुलिस बूथ के पास सपा विधायक के पुत्र द्वारा वाहन खड़ा करने को लेकर बीते दिनों शहर कोतवाल एवं विधायक पुत्र में कहासुनी व नोकझोंक हुई थी। खबर मिलते ही वहां सपा विधायक सहित सैकड़ों कार्यकर्ता पहुंच गए। मामला तूल पकड़ते देख अधिकारियों ने किसी तरह समझा-बुझाकर विवाद को शांत कराया। इस मामले में दोनों तरफ से एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए गए थे। बावजूद इसके पूरे प्रकरण की जांच कराए बिना ही एकतरफा मुकदमा दर्ज किया गया है।
.
.
.
.