बलिया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर विविध कार्यक्रम आयोजित किए। जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण इलाकों में झंडारोहण कर महापुरुषों को शिद्दत से याद किया गया।

मौसम खराब होने के बावजूद सरकारी, गैर सरकारी कार्यालयों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। स्कूली बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुए। जगह-जगह गोष्ठी एवं पौधरोपण का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी न्यायालय कक्ष में रामधुन एवं गोष्ठी का आयोजन हुआ। जिसमें दोनों महापुरुषों के व्यक्तित्व व कृतित्व पर चर्चा की गई।

जिलाधिकारी अदिति सिंह ने अपने संबोधन में बापू व शास्त्री जी के पदचिन्हों पर चलने का संदेश दिया। उन्होंने गांधी जी के तीन बंदरों की चर्चा करते हुए कहा कि निश्चित रूप से हम सब कुछ पुराने संस्कारों व मूल्यों को भूलते जा रहे हैं।

बुरा मत सोचो, बुरा मत करो और बुरा मत देखो में एक और बात जोड़ते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि अगर बुरा देखते हैं, तो जरूरी है कि उसको रोकने का प्रयत्न जरूर करें। वहां मौजूद सभी अधिकारियों-कर्मचारियों से आवाह्न किया कि सच्चाई, अहिंसा, शांति के मूल्यों पर चल कर आगे बढ़े।

जिम्मेदार पद पर जो हैं, उनको विशेष संदेश देते हुए कहा कि ईश्वर ने बड़ी भाग्य से हम सबको यह मौका दिया है। इस पुनीत अवसर का लाभ उठाएं और अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन ठीक ढंग से करके लोगों की सेवा करें। सीआरओ ने कहा कि जो जहां है, जिस क्षेत्र में है, उस क्षेत्र में बेहतर करने का प्रयास करें, यही इन दोनों महापुरुषों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

अपर जिलाधिकारी राजेश कुमार व सिटी मजिस्ट्रेट प्रदीप कुमार ने भी गोष्ठी को सम्बोधित किया। इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर राजेश यादव, सीमा पाण्डेय, मोतीलाल यादव, गुलाब चन्द्रा सहित सभी कलेक्ट्रेट स्टाफ मौजूद थे।