बलिया। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत भ्रष्टाचार करने का मामला उजागार हुआ है। बिना काम के ही लाखों का भुगतान कर दिया गया। मामले की जांच के बाद सचिव रविंद्र नाथ और उदवन छपरा के भूपेश कुमार को निलंबित कर दिया है। जिलाधिकारी ने दोनों से गबन की राशि वसूलने व प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। मामला बेलहरी ब्लाक के ग्राम पंचायत रेपुरा और उदवन छपरा का है। जहां बिना काम कराए ही लाखों का भुगतान हो गया है।
ग्रामीणों की शिकायत पर अपर आयुक्त मनरेगा, ग्राम विकास व आजमगढ़ के प्राविधिक परीक्षक की टीम ने स्थलीय जांच की थी। इस दौरान सामने आया कि नाली खडंजा के नाम पर मिट्टी डालकर खानापूर्ति की गई थी। रेपुरा में २.९५ लाख व उदवन छपरा में ७८ हजार रूपए गबन का मामला सामने आया है। टीम ने जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी। जिलाधिकारी के निर्देश पर दोनों सचिवों को निलंबित किया गया है। सचिव भूपेश कुमार को हनुमानगंज ब्लाक से संबद्ध किया गया है। सचिवों के निलंबन से विभाग में हड़कंप मचा है। एक दिन पहले हल्दी में सचिव संजय सिंह को सस्पेंड किया गया था। यहां पंचायत भवन के लिए सामानों की खरीद व अन्य व्यवस्थाओं सहित सामुदायिक शौचालय के निर्माण के नाम पर ३५.५८ लाख रूपए का भुगतान कराया था। शिकायत मिलने पर तीन सदस्यीय टीम ने जांच की। स्थलीय निरीक्षण में सामान नहीं मिले, पुराने हैंडपंप में समरसीबल लगाया गया था और शौचालय भी अधूरा मिला। टीम की रिपोर्ट में जिला विकास अधिकारी ने सचिव को निलंबित कर दिया।