सारण। तरैया थाना क्षेत्र के छपिया गांव में डाबरा नदी का बांध टूटने से छपिया, डुमरी, गलिमापुर एवं फेनहारा , फेनहारा गद्दी, चौथहीं आदि गांव जलमग्न हो गए है। इन नदियों की उफान से टूटे बांध के कारण गंडार, चैनपुर, रामबाग गांवों में जलजमाव हो गया है। इस बांध के टूटने से सीधे गांवों में पानी तेज गति से फैल रहा है। वहीं सैकड़ों घरों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इससे घर छोड़कर ग्रामीणों ने रिश्तेदारों के यहां शरण लिए हुए हैंं। इधर अन्य ग्रामीणजनों ने ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैंं।

गांवों में पानी भरने एवं बाढ़ का पानी घरों तक पहुंचने से आम आदमी के साथ ही मवेशियों के बीच चारा का घोर संकट उतपन्न हो गया है। इन गांवों की सड़कें पानी के दबाव से टूटकर ध्वस्त हो गई हैं। जिस कारण आवागमन बाधित हो गया है। इस संबंध में उक्त पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि सुनील चौरसिया एवं बीडीसी प्रतिनिधि मदन कुमार ने बताया कि कई बार सीओ को सूचना दी गई। लेकिन कोई सरकारी सहायता पीडि़तों को नहीं मिल पा रही है। तरैया पंचायत के वार्ड नंबर दस एवं ग्यारह में खदरा नदी की उफान से पानी एक पखवाड़े से भरा हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि घरों में दो फीट पानी भरा है। बस्ती के सभी रास्ते पानी में डूब गए हैं। इससे बस्ती से आना-जाना मुश्किल हो गया है।
हालात भयावह है, बांध टूटने से लोग मुसीबत में फंसे हैं। लेकिन बिहार सरकार एवं जिला प्रशासन ने अभी तक राहत बचाव के नाम पर कुछ भी नहीं किया है। यहां बाढ़ से घिरे लोगों का घर से निकलना मुश्किल हा गया है। पूरा इलाका टापू बना है। दूर-दूर तक सड़कें और संपर्क मार्ग भी जलमग्र हो चुकी हैं।
छपरा से सतेंद्र नारायण सिंह की रिपोर्ट…