जनपद को कुष्ठ रोग से मुक्त करने के लिए “कुष्ठ रोग दिवस” मनाए जाने पर डीएम ने की चर्चा



गांव-गांव में जागरूकता के लिए विशेष प्लान तैयार

गाजीपुर। शासन के निर्देश पर प्रत्येक वर्ष ’’कुष्ठ रोग दिवस’’ मनाया जाता है। जिसके तहत राइफल क्लब सभागार में जिलाधिकारी आर्यका अखौरी की अध्यक्षता में ’’कुष्ठ रोग दिवस’’ के सम्बन्ध में बैठक कर जागरूकता अभियान को सफल बनाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी ने जनपदवासियों से अपील किया गया कि ’’हम सभी जनपद के लोग और जिला प्रशासन इस आजादी के अमृत महोत्सव के पर यह घोषणा करते हैं कि हम अपने जनपद को कुष्ठ रोग से मुक्त बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। कुष्ठ रोग को पहचानना बहुत आसान है और यह साध्य है। हम सभी कुष्ठ रोगियों को जितनी जल्दी हो सके खोजने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। हम इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जिले में उपलब्ध सभी संसाधनों का उपयोग करेंगे।

इसके साथ हम कुष्ठ प्रभावित व्यक्ति से कोई भेदभाव नहीं करेंगें और न ही किसी दूसरे व्यक्ति को कुष्ठ रोग प्रभावित व्यक्ति के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव करने देंगे। हम व्यक्तिगत एवं सामूहिक रूप से कुष्ठ रोग से प्रभावित व्यक्तियों से जुड़े कलंक और भेदभाव को समाप्त करने और उनको समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए पूर्ण योगदान देंगे। उन्होंने सभी जनपदवासियों से अपील किया कि इस बार 30 जनवरी से 13 फरवरी 2023  तक सघन कुष्ठ रोगी खोज एवं निगरानी अभियान चलाया जाना है। इसके अंतर्गत घर-घर जाकर कुष्ठ रोगियों को खोजा जाएगा। इसलिए अभियान में अपना महत्वपूर्ण योगदान देकर इस अभियान को सफल बनाएं।

उन्होंने यह भी कहा कि कुष्ठ रोग एक दीर्घ कालीन संक्रामक रोग है, जो माइकोबैक्टीरियम लेप्री नामक जीवाणु द्वारा फैलता है, इसको हेंसन रोग के नाम से भी जाना जाता है, जो मुख्यतः हाथों, पैरों की परिधीय तंत्रिका, त्वचा, नाक की म्यूकोसा और श्वसन तंत्र के ऊपरी हिस्से को प्रभावित करता है। यदि कुष्ठ रोग की पहचान शीघ्र न हो तथा उसका ससमय उपचार न हो तो यह स्थायी विकलांगता उत्पन्न कर देता है।

जागरूकता एवं ज्ञान के आभाव के कारण समाज में कुष्ठ रोग के प्रति कलंक एवं भेदभाव के चलते कुष्ठ रोग के फैलाव एवं उपचार के प्रति गलत फहमी बढ़ती जा रही है। कुष्ठ रोग से जुड़ा हुआ यह कलंक जीवन के अनेक पहलुओं जैसे कि सामाजिक प्रतिष्ठा, रोजगार अवसरों, वैवाहिक एवं पारिवारिक जीवन को प्रभावित करता है।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद में 30 जनवरी से 13 फरवरी 2023 तक जनपद के समस्त ग्राम सभाओं/पंचायतों/नगरीय क्षेत्रों में स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान पखवाड़ा मनाया जाएगा। जिसमें ग्रामसभाओं में इस कार्यक्रम का आयोजन स्वास्थ्य विभाग एवं पंचायती राज संस्थान, ग्रामीण विकास, शहरी विकास, महिला और बाल विकास सहित अन्य विभागों के सहयोग एवं समन्वय से किया जाएगा। इसके साथ ही कुष्ठ रोग के उन्मूलन के लिए विभिन्न आईईसी गतिविधियों का आयोजन कुष्ठ पखवाड़े के दौरान किया जाएगा। इस अवसर पर समस्त सम्बन्धित अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।


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