गाजीपुर। तथाकथित पोड बैंक PODBANK नामक एक प्राइवेट बैंक के एक कर्मचारी को खाताधारकों की भीड़ ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।बताया कि हजारों गरीबों का करोड़ो रुपये इस बैंक में अच्छा रिटर्न देने के नाम पर लगवाया गया था। अब बैंक के लोग न ब्याज दे रहे हैं और न ही मूल धन दे पा रहे हैं। लगातार बहाने भी बना रहे हैं। मामला गाज़ीपुर की सदर कोतवाली क्षेत्र के महाराजगंज इलाके के पास आरटीओ ऑफिस के निकट का है, जहां पर पोड बैंक नाम की एक संस्था द्वारा पिछले दो सालों से लोग घर-घर घूम कर भोले भाले लोगों को लोके लुभावनी योजनाएं बताकर खाते खुलवा रहे थे और पैसा जमा करा रहे थे।
उस पैसे के एवज में उनको बढ़िया ब्याज दर भी मुहैया कराने का वायदा किया जा रहा था। इसके चलते काफी संख्या में लोगों ने इस तथाकथित प्राइवेट पोड बैंक में अपना खाता खोल दिया। इनकी संख्या अब काफी हो गई है, लेकिन धीरे-धीरे लोगों का ब्याज मिलना बंद हो गया।परेशान जनता बैंक कर्मियों और चेयरमैन पर दबाव बनाने लगी कि ब्याज न सही तो पैसा यानि जमा मूलधन वापस किया जाए, लेकिन उसमें भी जब बैंक के लोग आनाकानी करने लगे, तो आज लोगों का सब्र टूट गया और खाताधारकों ने पोड बैंक के तथाकथित चेयरमैन सुभाष को पकड़कर कोतवाली ले आए, जहां पुलिस मामले को समझ कर जनता का पैसा कैसे दिलाया जाए इसका रास्ता खोज रही है।
इस मामले में खाताधारकों में से एक ने पूरी बात बताई और कहा कि सुभाष अंबेडकर नाम के व्यक्ति जो कथित निजी बैंक के चेयरमैन और कर्ताधर्ता है। वह और उसके चार और साथी जो बैंक के डायरेक्टर हैं, उनके साथ घूम घूम कर पिछले सालों से ही खाता खुलवा रहे थे और लोगों को अच्छा रिटर्न देने का वायदा कर रहे थे। लेकिन पिछले कई महीनों से न ब्याज मिल रहा है, न ही ये लोग मूलधन दे रहे हैं। लिहाजा हम लोग आज उनको पकड़कर कोतवाली लाए हैं और पुलिस के सामने पेश कर अपनी शिकायत दर्ज करा दिए हैं।
पुलिस पूछताछ के साथ लिखा- पढ़ी की कार्रवाई कर रही है। परेशान खाताधारकों ने गुहार लगाई है कि हम लोगों को हमारा मूल धन ही दिलाया जाए।