बलिया। वाह रे पुलिस ! ई-चालान में फोटो किसी और वाहन का होने के बाद भी चालन की कार्रवाई किसी और वाहन के साथ के साथ की गई है। देखा जाए तो जब से ई-चालान शुरू हुआ है, इसमें अनेकों खामियां समय-समय पर समाने आती रही हैं। इसे काफी प्रयास के बाद भी सुधारा नहीं जा सका है। यही वजह है कि पुलिस की गलती की सजा आम शहरी को भुगतना पड़ता है। कुछ माह पहले तक ई-चालान के दौरान कई आश्चर्य में डालने वाले मामले सामने आए हैं।
ई-चालान में कई शहरों में कभी बाइक का चालान सीट बेल्ट न लगाने की वजह से, तो कभी कार का चालान हेलमेट न होने के कारण भी हुआ है। महीनों से घर मे खड़ी बाइक और वाहन भी कई बार चालान कर दिए गए हैं। बलिया में भी कुछ इसी तरह का कारनामा हुआ है। पुलिस ने ई-चालान में जिस गाड़ी को चालान किया है वह गाड़ी बलिया शहर केे गुदरी बाजार अंतर्गत एक व्यापारी की है, जो सुबह से ही अपनी दुकान पर था। जबकि गाड़ी का चालान शहर से लगभग ६० किमी दूर चौकिया मोड़ पर बताया जा रहा है ।
ई-चालान में सबूत के तौर पर जिस गाड़ी की इमेज लगायी गई है उस पर साफ शब्दों में यूपी ६० एएस ७६६१ लिखा है। लेकिन चालान इस गाड़ी का नहीं कटा है। बल्कि ५०० रुपये का चालान ६० एएस ७६७२ के स्वामी अमित कुमार पुत्र विनोद कुमार निवासी गुदरी बाजार बलिया के नाम काटा गया है। अब यह समझ में नहीं आ रहा है कि जब मेरी गाड़ी यहीं खड़ी है,मैं दुकान पर ही हूं, तो ६० किमी दूर मेरा चालान कैसे काटा गया ? इसके लिए कसूरवार कौन है?