सुखी नहर पर किसानों ने दिया धरना, पानी छोड़े जाने पर हुआ समाप्त

गाज़ीपुर। सिंचाई की व्यवस्था नहीं होने से व तेज धुप से कहीं खेत में रोपी गई धान की फसल सुख रही हैं, तो कहीं किसान रोपाई करने के लिए सुखी नहर और आसमान में टकटकी लगाए हुए है, अब खेत में दरार पड़ चुके हैं। किसान अपनी फसल को देख चिंतित हैं। ऐसे ही मामले में बीते रविवार को मरदह क्षेत्र के पांडेयपुर में किसानों ने नहर में पानी नहीं छोड़े जानें पर धरने पर बैठ गए। जिसके काफी कोशिश के बाद बिरनो राजवाहा में किसानों के सांकेतिक धरने के बाद अवर अभियंता तृप्तिनाथ के आश्वासन के बाद किसानों ने सांकेतिक धरना को समाप्त किया मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्र के सैकड़ों किसानों ने पांडेयपुर सिंचाई विभाग के फाटक के पास सैकड़ों किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के रवैया को लेकर सांकेतिक धरना शुरू कर दिया धरने में सैकड़ों की संख्या में क्षेत्र के किसान मौजूद रहे किसानों का आरोप है कि धान रोपाई होने के लिए पानी की जरूरत होती है। कुछ किसानों ने अपने खेत में धान की रोपाई भी कर दिया लेकिन नहर में पानी ना होने की वजह से किसानों के धान की फसल सूख रही है। किसानों ने कई बार सिंचाई विभाग के उच्च अधिकारियों से बिरनो राजवाहा में पानी छोड़ने के लिए कई बार सम्पर्क किया, लेकिन विभाग के अधिकारियों के कान पर जूं नहीं रेंग रहा। किसानों ने विभागीय अधिकारी व कर्मचारियों से आजिज होकर पांडेयपुर सिंचाई विभाग के फाटक के पास सुबह में सैकड़ों की संख्या में किसानों ने सांकेतिक धरना शुरू कर दिया। धरना की सूचना के बाद विभाग में हड़कंप मच गई, वहीं अवर अभियंता तृप्तिनाथ ने किसानों से टेलीफोन वार्ता में सांकेतिक धरना को समाप्ति करने को कहा और नहर में पानी छोड़े जाने के बाद किसानों ने सांकेतिक धरना को समाप्त किया। इस मौके पर राकेश सिंह, सुनील यादव, धनंजय सिंह, विपिन चौरसिया, मोनू खान, गोलू सिंह, धर्मेंद्र सिंह उर्फ कल्लू, सुनील पटेल, राजू यादव हरेंद्र यादव, वीरेंद्र यादव, तेजबहादुर यादव समेत सैकड़ों की संख्या में किसान उपस्थित रहे।

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