बलिया। सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही एकबार फिर गोपालनगर टाड़ी के निकट कटान तेज हो गया है। प्रतिदिन लगभग 50 फिट उपजाऊ भूमि नदी में समा रही है। सरयू नदी के कटान के कारण बस्ती के काफी करीब पहुंच जाने से एक दर्जन से अधिक लोग अपना आशियाना उजाड़ने लगे हैं। यही स्थिति रही तो इस साल सरयू नदी के कटान से सुरेमनपुर दियरांचल के इस गांव को काफी नुकसान पहुंचने की आशंका है।बता दें कि तुर्तीपार में सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। यहां भी नदी में पानी लबालब हो गया है। तेज पुरवईया हवा के झोंकों से मंगलवार को कटान तेज हो गया है।
नदी का रुख देखते हुए मैनेजर यादव, धनजी यादव, मनजी यादव, बबन यादव, गेंदा यादव, रामनाथ यादव सहित दर्जनभर लोग अपना आशियाना उजाड़ने लगे हैं। इससे पहले भी दर्जनभर से अधिक लोग अपना आशियाना उजाड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। कटान की गति यही रही तो फुलेना यादव, दशरथ यादव, शिवजी यादव सहित एक दर्जन से अधिक लोगों को अगले दो-तीन दिनों में अपना आशियाना उजाड़ना पड़ सकता है। क्योंकि सरयू नदी का कटान इन घरों की तरफ रुख कर चुका है।
इस दौरान दियरांचल में कहीं भी न तो बाढ़ चौकी बनाई गई है,न बाढ़ राहत शिविर मौके पर राजस्वकर्मी या अन्य विभागों के कर्मचारी भी नही दिखाई दे रहे हैं। ऐसी स्थिति में यहां के लोग भगवान भरोसे हैं, जो लोग अपना आशियाना उजाड़ रहे हैं, वह पुरानी रेलवे लाइन की तरफ जा रहे है, कुछ अपनी रिश्तेदारी में।इसके अलावा उनके पास कोई विकल्प नहीं है। हालांकि कटान पीड़ितों का हालचाल लेने के लिए ग्राम प्रधानप्रतिनिधि अर्जुन यादव पहुंचकर हर संभव मदद की कोशिश में लगे हुए हैं।उपजिलाधिकारी बैरिया आत्रेय मिश्रा ने बताया कि कटान पीड़ितों को तत्कालिक रहने के लिए गोपालनगर जूनियर हाईस्कूल में व्यवस्था किया गया है। लेकिन वहां अबतक कोई कटान पीड़ित नहीं है। कटान पीड़ितों को हर संभव नियमानुसार मदद किया जाएगा।