मुस्लिम बंधुओं ने देश की तरक्की व अमन-चैन के लिए विशेष दुआएं की
इसमें अल्लाह की विशेष रहमत और बरकत नाजिल होती है। मुस्लिम धर्म गुरुओं की माने तो शुक्रवार की नमाज फर्ज नमाज है। इसका मर्तबा ईद उल फितर की नमाज से भी बड़ा है। इस दिन सभी मुस्लिम समुदाय के लोग एक साथ साफ और नए कपड़े पहन कर नमाज अदा किए। पहले जुम्मे की नमाज पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने देश की तरक्की व अमन-चैन के लिए विशेष दुआएं की।
बता दें कि माहे रमजान का आज पहला जुमा था। इस पावन माह में अकीदतमंदों में उत्साह का माहौल है। पहले जुमे पर शुक्रवार को मस्जिदों के साथ ही घरों में नमाज पढ़ी गई। निर्धारित समय पर मस्जिदों में अकीदतमंदों की भीड़ जुटी। इसके बाद नमाज पढ़ी गई और विश्व शांति की कामना हुई। रमजान में मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में चहल-पहल देखी गई।