भभुआ जनपद की रहने वाली ज्योति ने आखिर क्यों उठाया यह कदम..?
गाजीपुर। शनिवार को ट्यूशन पढ़ने घर से निकली एक छात्रा हमीद सेतु से गंगा नदी में अचानक कूद गई थी। दूसरे दिन रविवार को भी उसका कहीं अता- पता नहीं चल सका। देर रात्रि तक कोतवाली पुलिस मछुआरों की सहायता से उसकी तलाश करती रही। लेकिन सफलता नहीं मिली। रविवार को दूसरे दिन सुबह करीब आठ बजे वाराणसी एनडीआरएफ
(राज्य आपदा मोचन बल) के
एसीपी मनोज कुमार एक नाव के जरिए चौकी इंचार्ज पवन कुमार व दस सहयोगियों के साथ छात्रा की तलाश शुरू की। मगर छह घंटे बाद भी एनडीआरएफ के गोताखोरों को सफलता नहीं मिली। इधर पीड़ित परिजनों का रो- रो कर बुरा हाल है। इस बीच लोगों की भीड लगी रही।
शहर कोतवाली क्षेत्र के रजागंज पुलिस चौकी अंतर्गत बीते शनिवार की सुबह करीब साढ़े दस बजे हमीद सेतु से एक 18 वर्षीय युवती ने अपना बैग, मोबाइल आदि रेलिंग किनारे रख गंगा नदी में छलांग लगा दिया।सूचना मिलते ही रजागंज पुलिस चौकी के सिपाही मौके पर पहुंच गए और छानबीन में जुटने के साथ ही मछुआरों की सहायता से युवती की तलाश में जुट गए। जबकि रेलिंग किनारे रखे बैग व मोबाइल के जरिए पुलिस उसके नाम पता मालूम करने में जुट गई। काफी प्रयास के बाद उसकी पहचान ज्योति कुमारी (18) पुत्री श्रीराम यादव निवासी कलौरा थाना दुर्गावती जिला भभुआ/ कैमुर बिहार के रूप में हुई। पुलिस के अनुसार युवती काफी दिनों से कासिमाबाद थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर कुसुम बढ़ईपुर गाँव में फूफा रामविलास यादव के यहाँ रहकर पढ़ती थी। वर्तमान समय में वह सिधाघरघाट स्थित एक स्कूल में कक्षा बारह की छात्रा थी। पुलिस के अनुसार सुबह करीब सात बजे साइकिल से अपने कालेज के पास सिधाघरघाट ट्यूशन पढ़ने की बात कह निकल पड़ी। वहां किसी के यहां साइकिल खड़ीकर बस से सीधे गाजीपुरघाट पहुंची। वहां से पैदल सेतु पर पहुंच अपने पास रखे बैग, मोबाइल आदि रख नदी में छलांग लगा दिया।
इस संबंध में रजागंज चौकी ईंचार्ज पवन कुमार ने बताया कि वाराणसी एनडीआरएफ ने गोताखोरों के जरिए छात्रा की तलाश जारी है। बताया कि अभी तक उसका कुछ अता- पता नहीं चल सका है।