हे भगवान! दस माह के पुत्र को बेचकर पिता फरार , मां का रो-रो कर बुरा हाल…

तरैया थानाध्यक्ष ने दुधमुंहे को बरामद कर तडफ़ड़ाती मां को किया सुपुर्द
सारण। एक बेदर्द, लालची एवं निर्दयी बाप ने अपने कलेजे के टुकड़े का ही सौदा कर दिया। उसे दस हजार रुपये में गैरों के हाथ बेचकर असम फरार हो गया। मामला सारण जनपद के तरैया गांव का है। इस गांव का रहने वाला चंदन सिंह कुशवाहा ने अपने दस माह के दुधमुंहे बेटे को दस हजार में बेंच दिया अैर असम फरार हो गया। इसकी जानकारी जब मां को हुई तो उसका रो-रो कर बुरा हाल था। मां कुसुम देवी ने तरैया थाने पहुंचकर पिता के हाथों बेटे के बेचे जाने की सूचना दी। सभी हक्का-बक्का रह गए।
महिला कुसुम देवी की चीत्कार एवं रूदन-क्रंदन से थाना परिसर में सबकी आंखों में आंसू आ गए और सभी कहने लगे हे भगवान! यह कैसा कलयुग आ गया है। पीडि़त मां ने यह भी बताया कि मेरा पति बेटे को बेचने के बाद वह असम फरार हो गया है। कुसुम भी असम की रहने वाली है और चंदन वहीं छोटा-मोटा कारोबार करता है। चंदन असम में तीन साल पहले कुसुम से शादी की थी। कुसुम को एक डेढ़ वर्ष की पुत्री और एक दस माह का पुत्र है। चंदन असम से उसे तरैया घर लेकर आया और यहां कुछ महीनों से खुशहाली पूर्वक जीवन जीने लगे। इसी बीच अचानक चंदन ने अपने दस माह के बेटे को सीवान जिले के रहने वाले तरैया मसरख मोड़ के एक वेल्डिंग दुकानदार को दस हजार रुपये में बेच दिया है। इसके बाद वह असम फरार हो गया। इसकी जानकारी जब कुसुम देवी को हुई, तो बेटे के बिना उसका रो -रो बुरा हाल हो गया। महिला ने आस-पास के लोगों से इसकी गुहार लगाई। इसके बाद वह सीधे तरैया थाने पहुंची और थानाध्यक्ष से पूरी बात बताई। इसे गंभीरता से लेते हुए थानाध्यक्ष ने त्वरित कारवाई की और बिल्डिंग मेटेरियल के दुकानदार से दुधमुंहे बच्चे को बरामद कर महिला को सुपुर्द कर दिया। महिला का पति अब भी फरार है। थानाध्यक्ष ने कहा कि फरार पिता पर भी कारवाई की जाएगी।

रिपोर्ट: सत्येंद्र नारायण सिंह..

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