सारण। प्रखंड में डबरा नदी का वेग तीव्र होता जा रहा है। नदी का बांध टूटने से गण्डार एवं रामबाग गांव में पानी घुस गया है और तबाही शुरू हो गई है। इससे पचासों एकड़ खेत की फसलें डूबकर नष्ट हो गई हैं। किसान हाड़ तोड़ मेहनत के बाद सबकुछ तबाह होने से सुबकने लगे हैं। उनके चेहरे पर मयूसी छाई हुई हैं। उधर गड़की नदी के उफान से चैनपुर महादलित बस्ती एवं सानी खरााटी महालित बस्ती में पचासों घरों में पानी घुसा हुआ है। इस कारण घर छोड़कर लोग सड़क पर रहने लगे हैं। चैनपुर के टिकर बाँसफोर, मदन बाँसफोर, करीमन बाँसफोर सहित दर्जनों घरों में जलजमाव हो गया है। वहीं सानी खराटी गाँव में सत्यनारायण महतो, सतन महतो, बहारन महतो, बिरण महतो, धर्म महतो ,परसन महतो सहित दर्जनों घरों में पानी जामा है। जिसमे उक्त गांवों के लोग सड़क पर तंबू टांगकर जीवन बसर कर रहे हैं। बाढ़ पीडि़त घर छोड़कर अन्य स्थलों पर रह रहे है। पलायन का क्रम अभी भी जारी है। उक्त बस्ती में कई दिंनो से चूल्हे तक नही जल रहे हैं। कोई सुधि लेने वाला तक नही है। बस्ती के लोग खुद को सुरक्षित रखने के लिए उच्चे स्थानों का सहारा लिए हुए हैं। यहां मनरेगा से बने शौचालय पानी में गिरकर ध्वस्त हो गए हैं। इस स्थिति में लोगो ंको शौच के लिए कष्ट झेलना पड़ रहा है। जबकि इन गांवों के चेवरों में नदी का पानी भरा हुआ है। जिसमे धान कि फसलें डूबकर गल -सड़ रही है। ऐसे में किसान काफी परेशान हैं। सानी खराटी गांव में नदी के पानी से सड़क की पुलिया जर्जर होकर ध्वस्त होने के कगार पर है।
रिपोर्ट: सत्येंद्र नारायण सिंह..