”रन फॉर यूनिटी” में भाग लेने वाली 10 रिक्रूट महिला आरक्षियों को किया गया पुरस्कृत..
गाजीपुर। लौह पुरूष सरदार बल्लभ भाई पटेल का 146वां जन्मदिन ‘‘राष्ट्रीय एकता दिवस‘‘ के रूप में रविवार को धूमधाम से मना। इस मौके पर डीएम एमपी सिंह तथा एसपी रामबदन सिंह की अध्यक्षता में ”रन फार यूनिटी” का आयोजन किया गया।
.
.
इस मौके पर राष्ट्रीय एकता और अखंडता बनाए रखने के लिए लोगों को संदेश दिया गया। दौड़ में पुलिस लाइन में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहीं रिक्रूट महिला आरक्षियों ने भाग लिया। दौड़ पुलिस लाइन गाजीपुर से प्रारंभ होकर पीजी कॉलेज चौराहा, पुलिस अधीक्षक आवास, विकास भवन चौराहा, सिंचाई विभाग चौराहा, पुलिस अधीक्षक कार्यालय, जिलाधिकारी आवास, विकास भवन, पीजी कॉलेज चौराहा होते हुए वापस पुलिस लाइन में समाप्त हुआ। इस दौड़ में प्रथम दस स्थान प्राप्त करने वाली रिक्रूट महिला आरक्षियों को पुरस्कृत किया गया।
बारदोली किसान सत्याग्रह के जरिए जगाई थी अनोखी अलख
गाजीपुर। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के असाधारण सैनिक सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्मदिन हर साल 31 अक्टूबर को मनाया जाता है। इनके चरित्र में असाधारण दृढ़ता आधुनिक भारतीय इतिहास को नए सिरे से सोचने का अवसर भी दे गई। सरदार को देसी रियासतों के विलीनीकरण का श्रेय देते जनमानस ने लौह पुरुष का खिताब दिया। दूसरे सबसे बड़े सरकारी पद पर बैठकर निर्णयों को लागू कराना छोटा काम नहीं था। वहीं वल्लभभाई पटेल होने का समूचा अर्थ भी नहीं है।
उन्होंने अंग्रेजों की खिलाफत में बारदोली किसान सत्याग्रह के जरिए अनोखी अलख जगाई थी। किसान को राजनीति के केंद्र में रखने के गुर गांधी के अतिरिक्त सरदार में भी थे। वल्लभभाई ने वक्तन बावक्तन जवाहरलाल नेहरू की कई नीतियों और फैसलों को प्रभावित और नियंत्रित किया। नेहरू की भावुकता और पटेल का विवेक भारतीय राजनीति के सर्वोच्च नेतृत्व की गरिमा थे।