आरक्षण की अधिसूचना जारी होते ही गर्म हुई राजनीति




सपा और कांग्रेस ने कोई बदलाव न होने की बात कही..

गाजीपुर। नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत चुनाव को लेकर बृहस्पतिवार की
देर शाम आरक्षण की अधिसूचना जारी होते ही जिले की राजनीति गर्म हो गई। सपा और कांग्रेस ने जहां कोई बदलाव न होने की बात कही, तो वहीं भाजपा ने जारी अधिसूचना को उचित और सही ठहराया। हालांकि अभी दावे-आपत्तियां मांगी गई है। वैसे जिन जगहों पर आरक्षण में बदलाव हुआ है, वहां ताल ठोंकने की तैयारी कर रहे लोगों को निराशा हाथ लगी है। वहीं जारी नई सूची के अनुसार मन मुताबिक आरक्षण होने पर संभावित दावेदारों ने सक्रियता बढ़ा दी है।
जिले में तीन नगर पालिका परिषद गाजीपुर, जमानिया और मुहम्मदाबाद है। अगर इन तीनों नगर पालिका परिषद में वोटरों की संख्या देखी जाए, तो करीब डेढ़ लाख के आस-पास है। अगर नए जारी आरक्षण को देखा जाए तो नगर पालिका परिषद गाजीपुर की सीट पर कोई बदलाव नहीं हुआ है। जबकि जम‌ानिया और मुहम्मदाबाद की सीट महिला के लिए आरक्षित थी, लेकिन नई सूची में जमानिया अनारक्षित और मुहम्मदाबाद पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हो गई है। ऐसे में जहां मुहम्मदाबाद नगर पालिका परिषद चुनाव में ताल ठोंकने की तैयारी में जुटे संभावित उम्मीदवारों को मायूसी हाथ लगी है। वहीं पिछड़ा वर्ग होते ही संभावित उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ने का मन बनाना शुरू कर दिया है।

इसी तरह जमानिया में अनारक्षित होते ही लोगों ने अभी से मन ही मन चुनाव में ताल ठोंकने को लेकर आपसी चर्चा शुरू कर दी है। इसी तरह अगर नगर पंचायत की बात की जाए तो जंगीपुर पूर्व में अनारक्षित था तो इस बार पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित हुआ है। जबकि सैदपुर पूर्व में अनुसूचित जाति के लिए था। अब अनुसूचित जाति महिला के लिए हुआ है। बहादुरगंज में पूर्व में अनारक्षित था, जबकि वर्तमान समय में पिछड़ा वर्ग होने से ताल ठोंकने की तैयारी में जुटे संभावित उम्मीदवारों को धक्का लगा है। दिलदारनगर और सादात नगर पंचायत अनारक्षित ही है। आरक्षण की अधिसूचना जारी होते ही राजनीतिक दलों की सक्रियता बढ़ गई है। अपने-अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारने के लिए उनकी तरफ से मंथन शुरू कर दिया गया है।




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