प्रदेश को रक्त प्रतिस्थापन की व्यवस्था से मुक्त करना साधना फाउंडेशन का उद्देश्य: सौरभ मौर्या

घोसी/मऊ। साधना फाउंडेशन के तत्वावधान में गुरुवार को ददनपुर अहिरौली स्थित डीएसएसए महाविद्यालय परिसर ने स्वैच्छिक रक्तदाताओं की एक बैठक हुई। जिसमें साधना फाउंडेशन के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ मौर्या ने रक्तदान के बारे में विस्तार से बताया। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है। उन्होंने कहा कि एक बार का रक्तदान तीन लोगों की जिंदगी बचाने का काम करता है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने स्वैच्छिक रक्त दाताओं से राष्ट्रीय रक्त नीति का अध्ययन करने और सरकारी अस्पतालों में ब्लड की हो रही कालाबाजारी को रोकने का भी आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि संगठन का यह उद्देश्य है कि आने वाले समय में प्रदेश को रक्त प्रतिस्थापन की व्यवस्था से मुक्त किया जाए। ताकि उत्तर प्रदेश में खून के अभाव में किसी भी मरीज की जान न जा सके। इसके लिए जरूरी है कि गांव -गांव जाकर रक्तदान को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाए और लोगों को अधिक से अधिक संख्या में रक्तदान करने तथा इससे होने वाले लाभ के बारे में बताया जाए। इसके पूर्व आयोजकों ने अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। बैठक में मुख्य रूप से साधना फाउंडेशन की ओर से वेदांत जी, कृष्ण कुमार तिवारी, अखिलानंद तिवारी, विनोद जी, इंद्रदेव जी सहित आजमगढ़, बलिया, मऊ और गाजीपुर जनपद के प्रभारी एवं फाउंडेशन से जुड़े पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे।
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