सुप्रीम कोर्ट के सामने 16 अगस्त को किया था आत्मदाह का प्रयास, गवाह साथी की पहले हो चुकी है मौत
बलिया/दिल्ली। दिल्ली उच्चतम न्यायालय के बाहर खुद को आग लगाने करने वाली बलात्कार पीडि़ता जीवन से जंग हार गई। मंगलवार को पूर्वाह्न 11 बजे उसने अंतिम सांस ली। बीते 16 अगस्त को अपने साथ हुए अन्याय से संबंधित वीडियो वायरल करने के बाद दुष्कर्म पीडि़ता और साथी गवाह ने अपने शरीर पर पेट्रोल एवं मिट्टी तेल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया था। तब आस-पास के लोगों की मदद से पुलिस ने उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया। उपचार के दौरान तीन दिन पहले इस प्रकरण में गवाह रहे सत्यम कुमार राय की मौत हो गई। अब पीडि़ता ने भी दम तोड़ दिया।
बलिया के एक गांव की रहने वाली बलात्कार पीडि़ता ने मऊ के घोसी सांसद अतुल राय पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। इस प्रकरण में अब भी सांसद जेल में है। लेकिन बलात्कार पीडि़ता और गवाह ने आत्मदाह करने से पहले एक वीडियो में बयान दिया है कि उसे आए दिन पुलिस अधिकारियों द्वारा प्रताडि़त किया जा रहा था। अपने लिए न्याय मांगते-मांगते वह थक चुके थे। अंत में पूरे सिस्टम से आजिज आकर दोनों ने आत्मदाह का रास्ता अख्तियार किया। इस मामले में दुष्कर्म पीडि़ता का साथी एवं मुकदमे में गवाह सत्यम की मौत पहले ही हो चुकी है।
घोसी सांसद पर बलात्कार का मुकदमा लोकसभा चुनाव से पूर्व दर्ज किया गया था। चुनाव के दौरान वह फरार रहे। बाहर से ही चुनाव लड़े और जीत भी गए, इसके बाद उन्होंने कोर्ट में आत्म समर्पण कर दिया। फिलहाल बलात्कार के आरोपी सांसद जेल में हैं। इस बीच अतुल राय के भाई की तहरीर पर बलात्कार पीडि़ता के खिलाफ भी वाराणसी कैंट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद पुलिस उसे मानसिक रूप से प्रताडि़त करने लगी। ऐसे में मजबूर होकर युवती एवं उसके साथी गवाह ने आत्मदाह का प्रयास किया और दोनों की इहलीला अब समाप्त हो चुकी है। युवती के मौत की खबर मिलते ही उसके गांव में मातम छा गया। उसका अंतिम संस्कार उसके पैतृक गांव में ही किया जाएगा। इसे देखते हुए बलिया जिले की पुलिस भी सक्रिय हो गई है। बता दें कि युवती ने अपने साथ हुए दुष्कर्म का मुकदमा वाराणसी के लंका थाने में दर्ज कराया था। मुकदमा दर्ज होते ही अतुल राय फरार हो गए थे। इस समय अतुल राय प्रयागराज के नैनी जेल में बंद हैं।