गाजीपुर। पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने आरएसएस के जिला शारीरिक टोली सदस्य एवं स्थानीय ब्लाक के शारीरिक शिक्षण प्रमुख सूरज मिश्रा के साथ मारपीट एवं मुंह में पिस्टल डालने के मामलें में एक अन्य आरक्षी आशीष कुमार ( मोहर्रिर) को भी लाइन हाजिर कर दिया।घटना के पहले दिन ही दो आरक्षियों को लाइन हाजिर किया जा चुका है। एसपी के इस कड़ी कार्रवाई के चलते महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। वैसे एसपीआरए ग्रामीण द्वारा इस मामले की जांच अभी भी जारी है। इसमें कई अन्य पर भी गाज गिरने की पूरी उम्मीद है। पुलिस कर्मी पूरी तरह से डरें सहमे नजर आ रहे हैं। वह घटना के बाबत कुछ भी बोलने से साफ परहेज कर रहे हैं। उधर पुलिसिया तांडव को लेकर क्षेत्रीय ग्रामीणों, स्थानीय सहित हिन्दुवादी संगठनों में पूरी तरह से रोष व्याप्त है ।लोगों ने मांग किया कि इसमें शामिल सभी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए। ताकि कोई भी कानून को अपने हाथ में लेने की जुर्रत न कर सके। लोगों ने कहा कि अगर प्रभारी निरीक्षक धीरेन्द्र प्रताप सिंह ने मामलें को गंभीरता से लिया होता तो शायद इस तरह का कृत्य पुलिस कर्मी नहीं कर पाते। मालूम हो कि रेवतीपुर गाँव के भीष्मदेव राय पट्टी निवासी एवं आरएसएस के जिला शारीरिक टोली सदस्य एवं खंड के शारीरिक शिक्षण प्रमुख सूरज मिश्रा अपने एक अन्य दोस्त के साथ रामपुर मार्ग पर स्थित भांगड़ पुलिया के समीप भर्ती की तैयारी को लेकर दौड़ रहे थे। इसी दौरान बाइक पर सादे वेश मेंं दो पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे। पुलिकर्मियों ने सूरज से अभद्रता करने के साथ ही मारपीट करते हुए उन्हें जबरदस्ती वाहन में बैठाकर थाना लाए, जहां एक कमरे में बंदकर बेल्ट आदि जमकर मारने- पीटने के साथ ही मुंह में पिस्टल डाल जान से मारने की धमकी दी थी। यही नहीं इस आरएसएस पदाधिकारी को थाने में रात भर पुलिस कर्मियों ने बिठाए रखा। इस संबंध में एसपी ग्रामीण बलवंत सिंह ने बताया कि मामले की छानबीन जारी है। जांच में दोषी पाए जाने पर अन्य के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाएगी।