गाजीपुर। प्रदेश भर में माध्यमिक शिक्षकों के साथ हो रहे भेदभाव एवं सरकार के गलत नीतियों के कारण कई वर्षों से शिक्षक संघ अपनी मांगों को पूरा कराने में असमर्थ रहा है। इसके विरोध में तथा प्रांतीय नेतृत्व के आवाहन पर बुधवार को विकास भवन परिसर में माध्यमिक शिक्षक संघ के सदस्यों ने धरना- प्रदर्शन एवं सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वर्षों से लंबित पुराने पेंशन, शिक्षकों का उत्पीडऩ, शिक्षकों को चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने आदि मुद्दों को प्रमुखता से उठाया गया। शिक्षकों के उत्पीडऩ को लेकर माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष नारायण उपाध्याय ने कहा कि शिक्षक समाज निर्माण में अहम भूमिका निभाता है। उन्हें सरकार अपने इशारों पर शिक्षा क्षेत्र से बाहर कार्यभार सौंप दे रही है, जिससे उनके समय और उनकी सकारात्मक ऊर्जा का दोहन होता है। साथ ही उन्होंने कहा कि जिन कंप्यूटर शिक्षकों की अल्पकालिक मानदेय व्यवस्था के तहत नियुक्ति है, उन्हें पूर्णकालिक शिक्षक का दर्जा देकर समान वेतन देकर उन्हें सम्मानित किया जाए। आगे उन्होंने चेताया कि यदि ऐसा करने में सरकार असमर्थ होती है, तो १५ दिन के अंदर विधानसभा का भी घेराव किया जाएगा। और वित्तविहीन विद्यालयों में काम करने वाले शिक्षकों को समान काम समान वेतन के सिद्धांत के आधार पर वेतन का भुगतान करने की मांग की। शिक्षकों से सरकार मनमाने तरीकेे से जनगणना एवं चुनावी कार्यो में फंसाए रह रही है। ऐसा करके शिक्षकों का दोहन किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में मई और जून महीने का भी वेतन सरकार पूर्णतया नहीं दे रही है, जो भ्रष्टाचार का जीवंत उदाहरण है। माध्यमिक संघ के सदस्यों ने सरकार को चेताया कि यदि मांगे नहीं पूरी की गई तो बहुत जल्द यह आंदोलन उग्र रूप से पूरे प्रदेश में किया जाएगा। कार्यक्रम में रामानुज सिंह, मनोज विश्वकर्मा, संजय यादव, दिनेश चंद्र राय, विवेकानंद गिरी, रामजी प्रसाद, सौरभ पांडे, तुंगनाथ पांडे, विजय श्रीवास्तव, राहुल कुमार सिंह, सुशील कुमार आदि उपस्थित रहे।