गोरखपुर। बस्ती जिले के दुबौलिया थाने पर तैनात एक आशिक मिजाज दारोगा की ग्रामीणों ने जमकर पिटाई कर दी। इतना ही नहीं दारोगा को घंटों बंधक बनार रखा। सूचना पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार त्रिपाठी ने ग्रामीणों से बातचीत कर दरोगा को मुक्त कराया और थाने लेकर गए। वहीं एसपी आशीष श्रीवास्तव ने दारोगा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इस घटना को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चा हो रही है। बीते कुछ माह पूर्व भी एक दारोगा ने ऐसी ही हरकत की थी। उस समय मामला सीएम योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में गया था और पुलिस अफसरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई थी।

जानें पूरी घटना:
ग्रामीणों ने बताया कि दुबौलिया थाने मैं तैनात दारोगा अशोक चतुर्वेदी अक्सर ऊंजी मुस्तहकम गांव में आया करता था। बुधवार की रात करीब १०.१५ बजे वह अपनी बाइक से गांव के बाहर स्थित जूनियर हाईस्कूल पर आया। वहां बाइक को छिपाकर वह गांव में एक घर में घुस गए। स्कूल के पास उसकी बाइक देख ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद दारोगा को पकडऩे के लिए ग्रामीण इंतजार करने लगे। गुरुवार की भोर में करीब ३.१५ बजे के करीब वह घर से निकला तो ग्रामीणों ने उसे रोकना चाहा, मगर वह फायरिंग करते हुए भागने लगा। इसके बाद ग्रामीणों ने उसे दौड़ाकर एक गन्ने के खेत के पास पकड़ लिया और पोल के सहारे बांधकर उनकी पिटाई शुरू कर दी। वहीं घटना की सूचना मिलते ही दारोगा को मुक्त कराने के लिए प्रभारी निरीक्षक पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। ग्रामीण काफी आक्रोशित थे। प्रभारी निरीक्षक के समझाने बुझाने और मान मनौव्ल के बाद ग्रामीणों ने दारोगा को मुक्त कर पुलिस के हवाले कर दिया।
