पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी से गलन बढ़ी
वाराणसी/बलिया। पहाड़ों में हुई बर्फबारी के कारण पूर्वांचल में भी सर्द हवाओं के साथ गलन तेज हो गई है। इससे तापमान नीचे की तरफ लुढ़कता जा रहा है। ठंड का असर तेज होने से आमजन की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। गंगा एवं सरयू के तटवर्ती जनपदों में ठंड का असर अधिक है। इससे लोगों की दिनचर्या पर खासा असर पड़ा है। खासकर सुबह में पढ़ने जाने वाले बच्चों को ठंड के कारण काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। छोटे बच्चे स्कूल जाते समय कांपते नजर आ रहे हैं।
गुरबत में जीने वालों के लिए ठंड मुसीबत बन कर आती है। इस साल भी सर्द हवा एवं शीतलहर के कारण ठंड रफ्तार पकड़ने लगी है। हवा के साथ हाड़कंपाने वाली ठंड ने लोगों का जीना हराम कर दिया है। आलम यह है कि दोपहर तक लोग रजाई में ही दुबके रह रहे हैं। पिछले तीन दिनों से मौसम का मिजाज एक बार फिर बदला है और बर्फबारी के कारण ठंड और गलन ने लोगों को घरों में कैद रहने के लिए मजबूर कर दिया है। हालांकि सुबह में हल्की एवं दोपहर में निकलने वाली धूप ने अभी तक लोगों को राहत देने का काम किया है।
मौसम विभाग की माने तो आने वाले दिनों में ठिठुरन और बढ़ेगी तथा ठंड का असर तेज होगा। वाराणसी एवं आसपास के जनपदों में रात का तापमान आठ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आने वाले कुछ दिनों तक मौसम अभी इसी तरह रहने का अनुमान लगाया जा रहा है। क्योंकि पहाड़ों में बर्फबारी एव सर्द हवा का असर पूरे यूपी एवं खासकर पूर्वांचल में देखने को मिल रहा है। पूर्वांचल के अलावा उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर को सबसे ठंडा जनपद घोषित किया गया है। यहां का तापमान तीन डिग्री सेल्सियस नोट किया गया है।
इसके साथ ही झांसी, मेरठ, आगरा, मुरादाबाद और बरेली में सर्वाधिक ठंड का असर देखने को मिला है। इन जनपदों में न्यूनतम पारा पांच से छह डिग्री सेल्सियस रहा है।